आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने गुरुवार को विधानभवन में खड़े होकर राज्य सरकार को चुनौती दी कि हिम्मत है तो उन्हें गिरफ्तार करके दिखाए। इससे पहले एक नाटकीय घटनाक्रम में वह सुबह विधानसभा के अंदर पहुंच गए और राज्यपाल दीर्घा में बैठ कर सदन की कार्रवाई देखी।
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उन्होंने कहा कि मैं यहां इसलिए आया हूं कि यूपी के विभिन्न जिलों में मुझ पर 9 मुकदमे दायर कर दिए गए हैं लेकिन मैं इनसे डरने वाला नहीं हूं। सरकार बताए कि मेरा गुनाह क्या है? इससे पहले उन्होंने राज्यसभा के सभापति व उपराष्ट्रपति वेंकैयानायडू को पत्र लिख कर अपनी जान को खतरा बताया और कहा कि उन्हें कुछ हुआ तो इसके लिए यूपी सरकार जिम्मेदार होगी।
उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर मुकदमे इसलिए किए गए क्योंकि मैंने सरकार से सवाल पूछने की हिम्मत जुटाई। यूपी में सच बोलने का इनाम मुकदमा है। सरकार 9 क्या मेरे ऊपर 900 मुकदमे भी कर लें तो मैं जन सरोकार की राजनीति नहीं छोड़ूंगा। लेकिन मैं भी उत्तर प्रदेश का बेटा हूं। यहां का हर घर मेरा घर है। यहां की समस्याओं पर बोलने और सरकार से सवाल पूछने का हक मुझे जनप्रतिनिधि होने से पहले यहां का निवासी होने के कारण है। उसे कोई छीन नहीं सकता।
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सभापति को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा है कि यूपी सरकार मेरे लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकारों को कुचल रही है। मेरे खिलाफ न केवल मुकदमे दर्ज हो रहे हैं बल्कि मेरे परिवार को भी सोशल मीडिया पर धमकियां दी जा रही हैं। धमकी भरे फोन और मैसेज आ रहे हैं। यह सिर्फ इसलिए क्योंकि मैंने यूपी में सभी जाति व धर्म के लोगों के साथ एक समान व्यवहार की मांग की थी। मैंने आरोप लगाया था कि यूपी में एक वर्ग विशेष के काम ही हो रहे हैं। मेरी जान को खतरा है और अगर मुझे कुछ होता है तो राज्य सरकार ही इसके लिए जिम्मेदार होगी।
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