रामपुर। समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां पर जमीन हड़पने के साथ ही विधायक बेटे के खिलाफ जिला प्रशासन की कार्रवाई को लेकर समाजवादी पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई अब शक्ति प्रदर्शन पर उतर आई है। समाजवादी पार्टी अपने सांसद आजम खां पर रामपुर जिला प्रशासन की एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगा रही है। इसी के खिलाफ आज रामपुर में समाजवादी पार्टी का प्रदर्शन है। रामपुर के साथ ही पास के जिलों से यहां पर समाजवादी पार्टी के नेताओं के आने की सूचना पर रामपुर में धारा 144 लगा दी गई है। यहां जिला प्रशासन अलर्ट पर है।
विधायक अब्दुल्ला आजम की गिरफ्तारी के बाद सपाइयों ने प्रदर्शन का एलान किया है। इसको लेकर चौकसी बरती जा रही है। जिलों में वाहनों की जांच की जा रही है। पाकबड़ा में रामपुर जाते समय सम्भल क्षेत्र की असमौली विधायक पिंकी यादव के साथ पुलिस की नोकझोंक हो गई। रामपुर जाते समय पुलिस द्वारा रोके जाने पर विधायक इकबाल महमूद कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर ही बैठ गए। रामपुर में मिलक के धनेली पूर्वी गांव के पास बरेली बॉर्डर पर सपाइयों को रामपुर आने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगा दी है। वाहनों की सघन चेकिंग की जा रही है। इस दौरान लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर जाम भी लग गया। वहीं, अमरोहा में जिला प्रशासन ने सपा नेता व पूर्व मंत्री महबूब अली के घर को छावनी बना दिया।
मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. एसटी हसन के साथ ही अमरोहा में विधायक महबूब अली को पुलिस ने हिरासत में लिया है। मुरादाबाद के सांसद डॉ. एसटी हसन को मूंढापांडे में रोका गया है। अमरोहा में महबूब अली को एसडीएम के ऑफिस में बैठाया गया है।
गुरुवार सुबह उन्होंने रामपुर जाने का एलान किया था। इसके बाद सुबह से ही समर्थक घर पर जुटने शुरू हो गए थे। मुरादाबाद में रामपुर बॉर्डर पर पुलिस ने वाहनों की जांच शुरू कर दी है। सपा नेताओं के घरों पर पुलिस ने डेरा जमा लिया है। पुलिस किसी भी हाल में सपाइयों को रामपुर जाने से रोकना चाहती है। रामपुर में जिला अधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक डॉ अजय पाल शर्मा खुद भ्रमण कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। डीएम का कहना है कि हम हर स्थिति से निपटने को तैयार हैं। किसी भी स्थिति में माहौल खराब नहीं होने दिया जाएगा। जिले की शांति-व्यवस्था बनाए रखना हमारी प्राथमिकता में शामिल है।
आजम खां के खिलाफ रामपुर के जिला व पुलिस प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नेताओं और कार्यकर्ताओं को रामपुर कूच का निर्देश दिया है। अखिलेश यादव ने बदायूं, संभल, मुरादाबाद, अमरोहा, पीलीभीत, बरेली व बिजनौर के समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को रामपुर पहुंचने का निर्देश दिया है। इसी कारण समाजवादी पार्टी के शक्ति प्रदर्शन को लेकर रामपुर पुलिस अलर्ट पर है। रामपुर में धारा 144 लागू कर दिया गया है। पुलिस किसी भी अप्रिय वारदात से निपटने की तैयारी में है। रामपुर के सभी प्रवेश मार्ग पर गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस के साथ ही पैरा मिलिट्री भी तैनात की गई है।
समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर प्रशासन की कार्रवाई के बाद रामपुर में तनाव काफी बढ़ता दिख रहा है। यहां पर बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता रामपुर पहुंचने लगे हैं। इस बीच प्रशासन ने यहां सुरक्षा बंदोबस्त कड़े कर दिए हैं। कांवड़ यात्रा के साथ ही बकरीद की तैयारी को लेकर यहां धारा 144 लागू है। इसके साथ ही आज किसी भी आशंका को देखते सीमाएं सील कर दी गई हैं।
बदायूं में सपा विधायक व नेता गिरफ्तार
बदायूं से रामपुर जाने की तैयारी कर रहे समाजवादी पार्टी के नेताओं को पुलिस ने आसफपुर तिराहे पर गिरफ्तार कर लिया है। सपा जिलाध्यक्ष आशीष यादव, सहसवान विधायक ओमकार सिंह यादव समेत दर्जनों सपा कार्यकर्ता बिसौली होते हुए रामपुर जा रहे थे।
आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर हो रही कार्रवाई का समाजवादी पार्टी ने जमकर विरोध किया है। कल विधायक अब्दुल्ला को हिरासत में लेने के बाद अब पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं का गुस्सा और बढ़ गया है। माना जा रहा है कि लगभग दस हजार से ज्यादा पार्टी के कार्यकर्ता रामपुर पहुंच चुके हैं। समाजवादी पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं के रामपुर पहुंचने पर तनाव की आशंका को देखते हुए प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद है। सैकड़ों कार्यकर्ताओं के जिले में पहुंचने की सूचना के बाद जिला प्रशासन ने रामपुर की सीमाएं सील कर दी हैं। झुंड में शहर की ओर आने वाले सभी लोगों को बाहर ही रोका जा रहा है। भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। सरकारी काम में बाधा डालने के कारण पुलिस ने बुधवार को आजम खान के बेटे और विधायक अब्दुल्ला आजम को हिरासत में ले लिया था।
शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात
जौहर यूनिवर्सिटी के आसपास और शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात नजर आ रहे हैं। धारा 144 लागू होने के चलते लोगों को झुंड में खड़े होने से रोका जा रहा है। लोगों की चेकिंग हो रही है।
कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
रामपुर के डीएम ने भी साफ किया है कि किसी को भी कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा और बकरीद को देखते हुए पहले ही इस क्षेत्र में धारा 144 लागू है। हमने अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था की है। हम रामपुर की सीमा में किसी को भी घुसने नहीं देंगे। जो भी कानून को तोड़ने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
रामपुर के एसपी अजयपाल शर्मा ने बताया कि क्षेत्र के आसपास की सीमाओं पर सुरक्षा बल तैनात किया गया है। सीमाएं सील नहीं हैं। हर वाहन को पूरी चेकिंग, ड्राइवर का नाम, नंबर, पता और वाहन की फोटो खींचने के बाद ही रामपुर की सीमा में घुसने दिया जा रहा है।
आजम खां के खिलाफ कार्रवाई को लेकर रामपुर के डीएम आंजनेय कुमार सिंह का कहना है कि किसी को कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। यहां पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को जो किताबें बरामद हुईं वो गलत तरीके से जौहर विश्वविद्यालय में मिली थीं। डीएम ने कहा कि अरबी की किताबें जौहर विश्वविद्यालय में क्यों थीं, जबकि अरबी विषय जौहर विश्वविद्यालय में पढ़ाया ही नहीं जाता।
बिजनौर व अमरोहा में पुलिस का शिकंजा
रामपुर में समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन में जाने को तैयार बिजनौर व अमरोहा के नेताओं को उनके शहरों में रोका जा रहा है। बिजनौर में पूर्व मंत्री व सपा नेता स्वामी ओमवेश को पुलिस ने कृष्णा कॉलेज के पास रोका। इसके बाद इनको थाना में बैठाया गया है। जिले की सीमाएं भी सील की गई है। बिजनौर के स्यौहारा से रामपुर धरना देने जा रहे सपा विधायक नईमउल हसन, पूर्व मंत्री मूलचंद चौहान, विधायक तसलीम अहमद, जिलाध्यक्ष अनिल यादव सहित कार्यकर्ताओं को पुलिस ने सहसपुर बॉर्डर पर गिरफ्तार कर लिया।
सीओ धामपुर, कोतवाल धामपुर सहित कई थानों की फोर्स मौजूद। अमरोहा में पूर्व मंत्री मेहबूब अली के आवास पर पुलिस तैनात कर दी गई है। यहां पर सपा कार्यकर्ताओं की भीड़ भी है। यहां से रामपुर जाने को पार्टी के एमएलसी परवेज अली कार्यकर्ताओं के साथ कैंप कार्यालय पर मौजूद हैं।
ईडी को सौंपने हैं दस्तावेज
डीएम आंजनेय सिंह का कहना है कि ईडी को जो डॉक्युमेंट व तमाम जानकारी देनी है, उसकी तेयारी की जा रही है। मदरसा आलिया एक तरह से खत्म कर दिया गया। आजम खां का बिना नाम लिए उनके संदर्भ में 88 करोड़ रुपया जौहर विश्वविद्यालय में खर्च किए गए। मदरसा आलिया को विश्व का पहला अरबी विश्वविद्यालय बनना था।
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