मुंबई। मंगलवार सुबह डोंगरी इलाके में चार मंजिला इमारत गिरने भरभरा कर गिर गई. इस हादसे में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई लोगों को मलबे से जिंदा निकाला गया. इमारत ढहने की खबर मिलते ही एनडीआरएफ की टीम और पुलिसकर्मी राहत और बचाव के लिए वहां पहुंचे, लेकिन गली संकरी होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में उन्हें काफी दिक्कत पेश आई. हादसे की गंभीरता को इस बात से ही समझा जा सकता है कि मौके पर 10 से अधिक एम्बुलेंस पहुंच गई हैं.
Mumbai: A child rescued from the building collapse site in Dongri, he has been admitted to hospital and is stable pic.twitter.com/LawktNSdR7
— ANI (@ANI) July 16, 2019
हालांकि एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियां भी संकरी गली होने के कारण हादसे की जगह पर नहीं पहुंच पाईं. हालांकि ऐसे में वहां के लोगों ने इंसानियत की मिसाल पेश की. लोग यहां ‘ह्यूमन चेन’ बनाकर मलबे में दबे लोगों को निकालने की कोशिश करते दिखे.
प्रशासन की मदद करने के लिए स्थानीय निवासी पूरी तरह से मदद जुट गए. मलबे से जो भी लोग निकाले गए, उन्हें हाथों-हाथों लोगों ने गली के बाहर खड़ी एन्बुलेंस तक पहुंचाया. , जो घायलों को अस्पताल ले जाने में मदद कर रही हैं. बीएमसी की तरफ से जो शेल्टर खोला गया है, वहां पर भी घायलों को ले जाया जा रहा है. हादसा बड़ा है, इसलिए NDRF तीन टीमें मौके पर भेजी गई हैं.
बिल्डिंग में रहते हैं 8-10 परिवार
BMC के मुताबिक, मंगलवार सुबह 11 बजकर 48 मिनट पर डोंगरी के टांडेल गली में केसरबाई नाम की बिल्डिंग का आधा हिस्सा गिर गया. यह बिल्डिंग अब्दुल हमीद शाह दरगाह के पीछे हैं. इसमें करीब 40 से 50 लोगों के दबे होने की आशंका है. चश्मीद के मुताबिक, इस इमारत में करीब 8 से 10 परिवार रहते हैं.
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