नेशनल हेराल्ड केस: सोनिया गांधी की ईडी में पेशी के विरोध में कांग्रेस का हंगामा, बीजेपी बोली दाल में कुछ काला है..

नेशनल हेराल्ड केस को लेकर एक बार फिर दिल्ली में टेंशन है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इस मामले में आज प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होंगी। इधर, कांग्रेस ने अपने टॉप लीडर्स सोनिया-राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की इस कार्रवाई को राजनीति प्रतिशोध बताते हुए देशभर में विरोध प्रदर्शन किया है। इस मामले में ईडी मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कुछ अन्य कांग्रेस नेता भी पूछताछ कर चुकी है। जानिए इससे जुड़ा अपडेट…

भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा-वे हाईकोर्ट गए, वहां याचिका खारिज हुई, वे सुप्रीम कोर्ट गए, वहां भी याचिका खारिज हुई। सोनिया गांधी की ईडी के द्वारा पूछताछ होने वाली है, इसके विरोध में कांग्रेस पार्टी की ये सत्याग्रह नहीं बल्कि देश और देश के कानून के खिलाफ ये दुराग्रह है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी इस मामले में आरोपी हैं और वे दोनों जमानत पर हैं। उन पर धोखाधड़ी का आरोप है।

केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा-कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को सड़क पर इसलिए उतार रही है, ताकि जिस मामले में ED ने बुलाया है लोगों का ध्यान उधर से भटकाया जाए। जबकि कांग्रेस के लोगों को बुलाकर सोनिया जी या राहुल गांधी को बताना चाहिए था कि हमें ईडी ने समन क्यों किया और हमसे क्या पूछताछ की।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में कहा-सोनिया गांधी वह महिला है, जिनकी सास और पति देश के लिए शहीद हो गए। सरकार को इतनी शर्म नहीं आती है कि आप किसके साथ किस तरह का व्यवहार कर रहे हैं। ED वाले उनके घर जाकर बयान ले सकते थे, कई बार ऐसा किया गया है कि ED घर जाकर बयान लेती है।

कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा-आम जनता और कांग्रेस कार्यकर्ता इससे रुष्ट है। BJP मोदी जी को कितना बचाते हैं, जब वे मोदी जी के लिए ये कर सकते हैं, तो हम सोनिया गांधी के लिए नहीं कर सकते हैं। मोदी जी अभी 8-10 साल से देश में दिखे हैं, सोनिया गांधी का परिवार कब से इस देश की सेवा करते आ रहा है।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा-अगर गांधी परिवार बेदाग है, तो अब बेहाल क्यों? अगर गांधी परिवार ने भ्रष्टाचार नहीं किया तो हंगामा क्यों? आखिरकार भारत के नागरिकों से अगर किसी ने भ्रष्टाचार किया है, तो उससे पूछताछ करना एजेंसियों का काम है। तो क्या गांधी परिवार के लिए कानून अलग से बनेगा? अगर कांग्रेस के पास छिपाने के लिए कुछ न हो तो हंगामा करने की जरूरत नहीं है। ये तिलमिलाहट क्यों है, घबराहट क्यों है, छटपटाहट क्यों है? ये कहीं ना कहीं दिखाता है कि दाल में कुछ काला है या तो पूरी दाल ही काली है।

पार्टी ने अपने twitter हैंडल पर लिखा-पूरा कांग्रेस परिवार भाजपा की तानाशाही के खिलाफ खड़ा है
कांग्रेस के तमाम बड़े नेता विरोध प्रदर्शन के लिए कांग्रेस हेड क्वार्टर यानी AICC में जुटेंगे। इसी तरह का विरोध तब भी हुआ था, जब सोनिया गांधी के बेटे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से इसी मामले में जून में एजेंसी ने पूछताछ की थी। सांसदों सहित पार्टी के नेताओं ने ऐलान किया है कि वे कांग्रेस हेडक्वार्टर से ईडी दफ्तर तक मार्च करेंगे। दिल्ली कांग्रेस यहां राजभवन के बाहर विरोध मार्च करेगी।

इससे पहले प्रदर्शन की रणनीति तैयार करने के लिए पार्टी के सीनियर लीडरों की एक मीटिंग मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई। पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “पूरा कांग्रेस परिवार अपनी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मजबूती से खड़ा है। पूरे देश में भाजपा के तानाशाही शासन के खिलाफ विरोध दर्ज कराया जाएगा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्विटर पर लिखा, “हमारे शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध जारी है। देश भर में पूरी कांग्रेस पार्टी सोनिया गांधी के साथ सामूहिक एकजुटता का प्रदर्शन करेगी।”

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार राजनीतिक उद्देश्यों के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। हमारे शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाने की परंपरा बना ली है। खेरा ने कहा, “हम मोदी-शाह की जोड़ी द्वारा इस तरह की प्रतिशोध की राजनीति के खिलाफ संसद के अंदर और बाहर हर स्तर पर विरोध करेंगे। इस तरह की गंदी राजनीति का विरोध पूरे देश में किया जाएगा।

 

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