नई दिल्ली। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कई ऐतिहासिक और अभूतपूर्व कदम उठाए गये हैं। इस गणतंत्र दिवस पर भी मोदी ऐसा ही एक और कदम उठाने वाले हैं। मोदी परंपरा को तोड़ते हुए इस बार गणतंत्र दिवस की परेड से पहले अमर जवान ज्योति पर शहीद श्रद्धांजलि नहीं देंगे। इसके स्थान पर अब वो नवनिर्मित शहीद स्मारक जायेंगे। मोदी सीडीएस और तीनों सेनाओं के सेनाध्यक्षों की मौजूदगी में शहीद सैनिकों को श्रद्धाजंलि देंगे और पुष्पचक्र अर्पित करेंगे।
मोदी ने ही पिछले साल 25 फरवरी को देश को 44 एकड़ में फैले वॉर मेमोरियल को समर्पित किया था। 1971 के भारत-पाक युद्ध के शहीदों की याद में अमर जवान ज्योति को इंडिया गेट पर 1972 में स्थापित किया गया था। तीनों सेनाओं के प्रमुख राष्ट्रीय महत्व के प्रमुख अवसरों- स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस पर अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि देते हैं।
भारतीय सेना के एक शीर्षस्थ सूत्र के मुताबिक पीएम मोदी राजपथ पर परेड शुरू होने से पहले 26 जनवरी की सुबह वॉर मेमोरियल जाएंगे। इस दौरान वह तीनों सेना के प्रमुखों और सीडीएस की मौजूदगी में वॉर मेमोरियल पर पुष्प चक्र अर्पित करेंगे। आर्मी चीफ जनरल एम एम नरवणे, वायु सेना प्रमुख आर के से भदौरिया और नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह ने पिछले साल ही शीर्ष पदों पर जिम्मेदारी संभाली है।
सूत्रों के मुताबिक, ‘सिर्फ पीएम मोदी ही वॉर मेमोरियल में पुष्प चक्र अर्पित करेंगे। इसके अलावा यह गणतंत्र दिवस इसलिए भी खास होगा क्यों कि इसमें पहली बार देश का पहला सीडीएस भी शामिल होगा। सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने 1 जनवरी को पदभार ग्रहण किया था। लगभग 44 एकड़ में फैले वॉर मेमोरियल चार सर्किल से बना हुआ है। इनमें पहला अमर चक्र, दूसरा वीरता चक्र,तीसरा त्याग चक्र और चौथा रक्षक चक्र है। इनमें 25,942 शहीदों के नाम ग्रेनाइट पर स्वर्ण अक्षरों में लिखे हुए हैं।
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