नई दिल्ली। केरल नन रेप मामले में पुलिस ने बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ समन जारी किया है। पुलिस ने उन्हें 19 सितंबर को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा है। इस मामले में मामले में पुलिस ने हाईकोर्ट में पेश हलफनामा में ये माना है कि बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने रेप और अप्राकृतिक यौनाचार किया था। केरल के आईजी विजय साकरे ने मीडिया से कहा, ”बिशप को 19 सितंबर को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया है।
इस केस में कई अन्य विवाद भी शामिल हैं। यह एक पुराना मामला है जिसमें साक्ष्य मौखिक रूप में है। हमने कई तथ्यों की पड़ताल की है। पीड़िता और साक्ष्यों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।” न्यूज़ एजेंसी ANI के मुताबिक हलफनामे के साथ पेश मेडिकल रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हो गई है कि बिशप ने कई बार पीड़िता नन का रेप किया था। उधर नन ने भारत में वेटिकन के प्रतिनिधि जियामबटिस्टा दिक्वात्रो को एक ख़त लिखकर मामले की जांच कराने और बिशप फ्रैंको को पद से हटाने की गुहार लगाई है। मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस कल कोर्ट में एफिडेविट पेश करेगी।
8 सितंबर 2018 को लिखे गए सात पेजों के खत में नन ने कहा है कि चर्च की चुप्पी मुझे अपमानित महसूस करा रही है।’ नन ने पूछा है कि क्या चर्च उन्हें वह लौटा सकता है, जो उन्होंने खोया है। नन ने इस पत्र में बताया है कि कब-कब उन्हें शिकार बनाया गया और कैसे उन्हें और उनके समर्थकों को चुप कराने की कोशिशें की गईं।
नन ने लिखा है, ‘कैथलिक चर्च सिर्फ बिशपों और पादरियों की चिंता करता है। हम जानना चाहते हैं कि क्या कैनन कानून में महिलाओं और ननों को न्याय का कोई प्रावधान है?’ उधर बिशप के प्रवक्ता का कहना है कि अगर केरल पुलिस किसी तरह की पूछताछ करना चाहती है तो हम मदद के लिए तैयार हैं।
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