इस्लामाबाद : पाकिस्तान के चीफ जस्टिस मियां साकिब निसार ने देश में ‘सैन्य शासन’ लगाए जाने की आशंका और अफवाहों को गुरुवार को खारिज किया और कहा कि वह इस्तीफा दे देंगे लेकिन ऐसे किसी भी कदम का कभी भी समर्थन नहीं करेंगे. जस्टिस निसार ने आश्वासन दिया कि चुनाव में किसी भी तरह की देरी की इजाजत नहीं दी जाएगी. उन्होंने जनता से कहा कि वह उन पर भरोसा करें|
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की इमारत में एक ऑडिटोरियम का नाम बदलकर दिवंगत मानवाधिकार कार्यकर्ता आस्मां जहांगीर के नाम पर रखने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में निसार ने कहा, ‘संविधान में किसी भी तरह के सैन्य शासन के लिए कोई जगह नहीं है.’
उन्होंने कहा, ‘अगर मैं इसे ( सैन्य शासन) को रोक नहीं पाऊंगा तो घर लौट जाऊंगा लेकिन इसका ( ऐसे किसी भी कदम) कभी समर्थन नहीं करूंगा.’
पद से हटाए गए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक दिन पहले कहा था कि देश सैन्य शासन के कुचक्र में फंस गया है. उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी आम चुनाव में किसी भी तरह की देरी को स्वीकार नहीं करेगी. पाकिस्तान में आम चुनाव जुलाई माह में होने हैं|
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