पाकिस्तान जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले के लिए लड़कों को दे रहा ट्रेनिंग!

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के अधिकतर प्रावधान हटाए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के भारत सरकार के फैसले से पाकिस्तान (Pakistan) बौखलाया हुआ है. इस मुद्दे पर पाकिस्तान ने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों और संस्थाओं में आवाज उठाने की कोशिश की लेकिन हर जगह उसी की किरकिरी हुई है. ऐसे में पाकिस्तान भारत को परेशान करने के लिए नई चाल चल रहा है. एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान अब मोबाइल आतंकी कैंप में आतंकियों को ट्रेनिंग दे रहा है.

जमात-ए-इस्लामी के नेतृत्व में ये ट्रेनिंग रवालाकोट के जंगलों में चल रही है. इस कैंप में जैश-ए-मोहम्मद हिज़्बुल मुजाहिद्दीन और लश्कर-ए-तयैबा के आतंकी एक साथ ट्रेनिंग ले रहे हैं. इतना ही नहीं न्यूज़18 को सूत्रों से मिली जानकारी में पता चला है कि ये आतंकी सितंबर और अक्टूबर में भारत में घुसपैठ की साजिश रच रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ये कैंप अगस्त 2019 में शुरू हुआ है जहां सभी आतंकी संगठनों के आतंकवादी एक साथ ट्रेनिंग ले रहे हैं.

इन आतंकियों से जुड़ी कुछ तस्वीरें भी मिली हैं. इन तस्वीरों में जमात-ए-इस्लामी पीओके का अध्यक्ष इजाज़ अफ़ज़ल अमीर, जमात-ए-इस्लामी रावलकोट का अदनान रज़्ज़ाक दिख रहे हैं. इनके साथ जैश और हिज्बुल के कई आतंकी रवालाकोट इलाके के तरनूटी और पोथी बाला जंगलों में दिख रहे हैं. बता दें आतंकी किसी भी कैंप या फिर एक ही जगह पर लंबे समय तक नहीं रहते हैं पकड़े जाने के डर से वह लगातार जगह बदलते रहते हैं.

मिली जानकारी के मुताबिक हिज़्बुल कमांडर शमशेर खान जम्मू-कश्मीर में होने वाली इस घुसपैठ को अंजाम देने वाला है और वह सितंबर के आखिरी में या अक्टूबर की शुरुआत में इस घुसपैठ को अंजाम दे सकता है. बता दें आईएसआई ने भी वज़ीरिस्तान से दस हज़ार आतंकियों की भर्ती करने का लक्ष्य रखा है. पाकिस्तान के ख़ैबर पख़्नूतवाह के वज़ीरिस्तान में आतंकियों की सूची तैयार की जा रही है.

इन्हें निशाना बना सकते हैं आतंकी
सूत्रों ने बताया है कि ये आतंकी जम्मू-कश्मीर में स्थित प्रमुख धार्मिक स्थल वैष्णों देवी को निशाना बना सकते हैं. वहीं इनके सुरक्षाबलों पर भी हमला करने की ख़बर सामने आई है.

ऐसा ही रहा तो पाई-पाई का मोहताज होगा पाक
आपको बता दें अगर पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में इसी तरह आतंकियों की घुसपैठ को लेकर और सख्त कदम नहीं उठाता है. इसके अलावा अगर पाक लगातार छद्म युद्ध के नाम पर आतंकियों की फंडिग कर उनकी भर्तियां करता रहता है तो अक्टूबर में उसे FATF की ओर से ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा. ब्लैकलिस्ट होने के बाद पाकिस्तान पाई-पाई का मोहताज हो जाएगा.

गौरतलब है कि भारत ने कल ही नए UAPA कानून के तहत जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर, लश्कर-ए-तयैबा के सरगना हाफिज सईद और लश्कर के ही जकी उर रहमान लखवी को आतंकवादी के रूप में नामित किया है.

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