कानपुर। कुख्यात अपराधी विकास दुबे के सामने बिजली विभाग भी नतमस्तक था। उसकी किलेनुमा कोठी में अय्याशी के सभी साधन थे, पर बिजली कनेक्शन सिर्फ एक किलो वाट का ही था। उस पर भी मीटर नहीं लगाया गया था और बिल का भुगतान न के बराबर था। दरअसल, विकास की दबंगई के आगे मीटर लगाने और लोड बढ़ाने की हिम्मत बिजली विभाग की नहीं हुई। विकास दुबे की कोठी में चार एसी, दो फ्रिज,वाशिंग मशीन, 25 से 30 बल्ब, 12 पंखे, 20 सीसीटीवी (CCTV camera) कैमरे और सबमर्सिबल पंप लगा हुआ था।
विकास के बाथरूम (Bathroom) में भी पंखे लगे थे. वह गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाता था और सभी कमरों के एसी चलते रहते थे। महीने में लाखों रुपए की बिजली फूंकी जा रही थी. लेकिन बिल महज 450 रुपए आता था. बिजली विभाग के एसडीओ से जब इस बारे में बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन पर बताया कि विकास के घर पर एक किलो वाट का कनेक्शन होने की जानकारी उन्हें है। लोड क्यों नहीं बढ़ाया गया, इस मामले में वह साफ जवाब देने के बजाय बहानेबाजी करने लगे.
उसके गांव के आसपास के क्षेत्र में तूती बोलती थी
आपको बता दें कि विकास के गांव के आसपास के क्षेत्र में उसकी तूती बोलती थी. उसके खिलाफ खड़े होने की हिम्मत किसी की नही थी. ऐसे में बिजली विभाग भी विकास के खिलाफ एक्शन की हिम्मत नहीं जुटा पाया. विकास के गुर्गों के घर भी बिजली का मीटर नहीं लगा है. विकास दुबे के घर में बिजली का एक ट्रांसफॉर्मर भी बरामद हुआ है। विकास दुबे के घर एक किलोवॉट के कनेक्शन पर तमाम बिजली के उपकरण चलने के बारे में जब एसडीओ से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हो सकता है कि विकास दुबे इन्हें जनरेटर से चलाता हो। जेई और दूसरे कर्मचारी मीटर लगाने या लोड चेक करने क्यों नहीं गए, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। अब गांव में टीम भेज कर सभी घरों में लोड और मीटर चेक किया जाएगा।
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