जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में पिछले 18 घंटे से एक पैंथर दहशत का कारण बना हुआ था। आज जयपुर में पैंथर को काबू कर लिया गया है। पैंथर एके क्लीनिक में छुप गया था। वन विभाग ने उसे कमरे में बंद कर बाहर से ट्रेंकुलाइज गन से बेहोश किया। इस तरह 19 घंटे बाद काबू में आया पैंथर। अब उसे पिंजरे में डाल कर वन में छोड़ा जाएगा ।
यह पैंथर शहर की घनी आबादी के क्षेत्र में मकानों, स्कूल, काॅलेज, स्टेडियम तक में घूम चुका था, लेकिन वन विभाग इसे रेस्क्यू नहीं कर पा रही थी। इस दौरान इसने एक वनकर्मी को घायल भी कर दिया है। स्थिति यह थी कि शहर के एक इलाके में अफरा-तफरी मची हुई थी।
जयपुर के घनी आबादी वाले क्षेत्र तख्तेशाही रोड पर कल [गुरुवार] शाम पांच बजे पहली बार पैंथर को देखा गया था। इसके बाद से यह पैंथर इस पूरे इलाके में घूम रहा था और रात भर में घूमता हुआ इसी क्षेत्र में करीब तीन किलोमीटर दूर चल कर दूसरे घनी आबादी वाले क्षेत्र लालकोठ में पहुंच गया था। इस दौरान यह पैंथर एक स्कूल में गया, फिर एक काॅलेज परिसर में घुसा था। इन दोनों में ही अवकाश घोषित कर दिया गया था। इसके बाद यह सवाई मानसिंह स्टेडियम के पीछे की तरफ चला गया था। इसके बाद यह एक रेस्टोरेंट के सीसीटीवी के नजर आया था। इसके बाद यह विधानसभा के पीछे की तरफ स्थित ग्रेटर कैलाश काॅलोनी में चला गया था और अब सुबह तीन घंटे से इस इलाके एक से दूसरे मकान में जा रहा था।
पैंथर के मूवमेंट के चलते इस पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल था और ट्रेफिक रोकना पड़ा था। लोगों की भीड़ को सम्भालने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा था। इस बीच एक मकान की छत पर बैठे पैंथर को रेस्क्यू करने के लिए वन विभाग की टीम पहुंची तो इसने एक वनकर्मी गौरव राठी पर हमला कर दिया। उसे घायल अवस्था में अस्पताल भेजा गया था।
वनकर्मी लगातार इस कोशिश मे थे कि इसे किसी एक मकान में घेरा जाए, लेकिन मानवों की बस्ती में घुसा यह पैंथर पूरी तरह बदहवास दिख रहा था। उसे लम्बे समय से कुछ खाने पीने को भी नहीं मिला था। यही कारण है कि इसे रेस्क्यू करना भी मुश्किल हो रहा था।
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