देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता फैलाने की कोशिश की थी। इस दौरान उन्होंने देशभर में 22 तारीख को जनता कर्फ्यू लगाने की भी अपील की है। इस संबोधन में उन्होंने ताली और थाली वाला भी एक बयान दिया था।
पीएम मोदी ने कहा था कि कोरोना वायरस से बचने के लिए आने वाली 22 मार्च 2020 को सभी को अपने घरों से निकलने से बचना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा था कि अंत में ताली और थाली बजाकर कोरोना से बचाने वाले लोगों का हौसला बढ़ाएं। अब यह बयान देना प्रधानमंत्री मोदी को भारी पड़ गया है। पत्रकार आरफा खानम शेरवानी ने पीएम मोदी के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
आरफा खानम ने एक ट्वीट में कहा कि देश करना वायरस जैसी अंतरराष्ट्रीय स्तर से जूझ रहा है। करोड़ों लोगों का रोज़गार खतरे में है। गरीब लोगों को खाने तक के लाले पड़ने की आशंका है। सबसे राष्ट्रवादी पार्टी सत्ता की लालसा में स्थित राज्य सरकारों को गिराकर राजनीति और अस्थिरता पैदा कर रही है। अंत में उन्होंने सवाल किया कि अब ताली बजाएं या थाली।
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