फ्रॉड: 61 लोगों के पीएनबी बैंक खाते से 15 लाख रुपये गायब, जानिए बचने का तरीका

नई दिल्ली। इन दिनों ऑनलाइन बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, फोन बैंकिंग और ऑटोमेटेड टेलर मशीन से धोखाधड़ी के मामले बढ़ गए हैं. ऐसा ही एक मामला दिल्ली में पंजाब नेशनल बैंक के वसंत विहार ब्रांच में समाने आया है. PNB के वसंत विहार ब्रांच के 61 खाताधारक धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं. इनके बैंक खाता से कुल मिलाकर करीब 15 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं. PNB ने खाताधारकों की शिकायत पर पुलिस में मामला दर्ज कराया है. बैंक ने फ्रॉड से बचने के कुछ तरीके बताए हैं, जिससे आपका पैसा सुरक्षित रह सकता है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार PNB के खाताधारकों ने बैंक को बताया कि बिना जानकारी उनके एटीएम से ट्रांजैक्शन हुआ है. एक के बाद एक खाताधारकों से अवैध ट्रांजैक्शन की शिकायत मिला. उनका कहना है कि डेबिट कार्ड उनके पास होने के बावजूद विभिन्न एटीएम से पैसे निकाले गए है. इसके बाद बैंक ने ग्राहकों की लिस्ट बनाई तो पाया कि 61 लोगों ने अपने खाते पैसे गंवाए हैं।

PNB ने किया अलर्ट
PNB ने अपने ग्राहकों को सावधान करते हुए अलर्ट जारी किया है. PNB का कहना है कि आपकी जानकारी के बिना स्पाईवेयर आपका प्राइवेट डाटा चोरी कर रहा है. इस चोरी की जानकारी का उपयोग पहचान की चोरी या वित्तीय धोखाधड़ी के लिए किया जा रहा है. बैंक का कहना है कि ग्राहकों के डाटा में फोन कॉल हिस्ट्री, टेस्ट मैसेज, यूजर का लोकेशन, ब्राउजर हिस्ट्री, कॉन्टैक्ट लिस्ट, ईमेल और फोटो शामिल हैं.

बचने के हैं ये तीन तरीके

PNB ने खाताधारकों को डाटा और इंफोर्मेशन चोरी से बचने के तीन टिप्स दिए हैं.
स्टेप 1: अपने डिवाइस में ऑटो लॉक एनेबल करें.
स्टेप 2: अपने सिम के लिए पिन का इस्तेमाल करें. मोबाइल चोरी पर लोग आपका सिम यूज नहीं कर पाएंगे.
स्टेप 3: अपने मेमोरी कार्ड के लिए पासवर्ड सेट करें.


एंटी वायरस सॉफ्टवेयर इंस्टाल करें
अच्छा एंटी वायरस सॉफ्टवेयर इंस्टाल करें. कोई नकली सॉफ्टवेयर डाउनलोड ना करें, इनके जरिये मेल वेयर आपके सिस्टम में आ सकता है. एंटी वायरस के नकली पॉप अप पर कभी क्लिक ना करें. अपने सिस्टम के ऑपरेटिंग सिस्टम को हमेशा अपडेट रखें. पायरेटेड एप या सॉफ्टवेयर से हमेशा बचें. इनमें मेल वेयर हो सकता है.

बैंक खाते से पैसे निकलने पर तुरंत करें ये काम
कस्टमर केयर को फोन कर कार्ड ब्लॉक कराएं. इसके बाद जितनी जल्दी हो सके पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं और उसका रेफरेंस नंबर या शिकायत की फोटो लेकर उसे संबंधित बैंक के साथ शेयर करें. समस्या का समाधान नहीं होने पर आरबीआई बैंक के लोकपाल को शिकायत करें.

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*