नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर एक बार फिर नए सिरे से विवाद शुरू हो गया है। गृह मंत्रालय ने राहुल गांधी को नोटिस जारी किया है और उन्हें 15 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा है। राहुल गांधी को बीजेपी सांसद की अर्जी पर नोटिस भेजा गया है।
भारतीय जनता पार्टी ने पूछा है कि राहुल देश को बताएं कि वो अंग्रेज हैं या भारतीय हैं। साथ ही बीजेपी ने यह भी पूछा कि कौन से राहुल ओरिजनल हैं, लंदन वाले या लुटियंस वाले? बीजेपी के इस आरोप को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बकवास बताया है।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि बैकऑप्स लिमिटेड नाम की कंपनी 2003 में इंग्लैंड में रजिस्टर्ड कराई गई. राहुल गांधी इस कंपनी के निदेशक और सचिव थे। संबित पात्रा ने दावा किया कि इस कंपनी के दस्तावेजों के आधार पर गृह मंत्रालय से शिकायत की गई है और ये दस्तावेज खुद राहुल गांधी ने सत्यापित किए हैं।
प्रियंका गांधी ने बीजेपी को जवाब देते हुए राहुल की ब्रिटिश नागरिकता वाले आरोप को बकवास बताया है। प्रियंका ने कहा है कि मैंने इतना बड़ा बकवास कभी नहीं सुना है, राहुल यहीं पैदा हुए हैं और उनकी परवरिश भी यहीं हुई है और ये पूरा हिंदुस्तान जानता है। इससे पहले पात्रा ने दावा किया कि, ‘2003 में ये कंपनी यूके में रजिस्टर्ड हुई और फिर 2009 में बंद हो गई, हमारे पास कंपनी शुरू होने और बंद होने के दस्तावेज हैं। इसके अलावा कंपनी के वार्षिक रिटर्नस के दस्तावेज भी हैं, जो दो बार फाइल किए गए हैं।’ संबित पात्रा ने बताया कि राहुल गांधी इस कंपनी के निदेशक, प्रमोटर और सचिव रहे हैं. यानी एक तरह से राहुल गांधी इस कंपनी के मालिक रहे। उन्होंने दावा किया कि 10 अक्टूबर 2005 को कंपनी के वार्षिक रिटर्न में बताया गया कि कंपनी के 65 फीसदी के शेयरहोल्डर राहुल गांधी हैं। इसी दस्तावेज में राहुल गांधी ने बताया है कि मैं ब्रिटिश नागरिक हूं। इसके अलावा संबित पात्रा ने बताया कि जब यह कंपनी 2009 में बंद हुई, तो उन दस्तावेजों में भी राहुल गांधी ने अपनी नागरिकता ब्रिटिश बताई।
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