रामपुर। यूपी के रामपुर में नौ साल की एक बच्ची ने कंट्रोल रूम में कॉल कर गुहार लगाई कि उसके परिवार के पास खाने के लिए अनाज नहीं है और उनके घर में भूख से मरने की नौबत आ चुकी है।
112 नंबर पर कॉल की गई लड़की ये फरियाद सीधे लखनऊ पहुंच गई। आनन-फानन में यूपी शासन ने रामपुर जिला अधिकारी से संपर्क किया और कहा कि आपके इलाके में भुखमरी की स्थिति है। राहत सामग्री लेकर वहां फौरन पहुंचिए। जिला अधिकारी ने एसडीएम से संपर्क किया। हालांकि स्थानीय प्रशासन जब वहां पहुंचा तो मामला भुखमरी का नहीं बल्कि एक छोटी बच्ची की नादानी का था।
‘नहीं है अनाज, भूखों मर रहे हैं’
लड़की के पिता ने बताया कि उसकी बेटी ने मासूमियम में कंट्रोल रूम के नंबर 112 पर फोन लगाकर कह दिया कि हम भूखे मर रहे हैं, हमें अनाज दो। जबकि हमारे यहां अनाज की कोई दिक्कत नहीं है।
बच्ची के पिता ने कहा कि घर में अनाज की कोई कमी नहीं थी. बच्ची ने कोरोना संक्रमण से पैदा हुई मुश्किलों पर चर्चा के दौरान कहीं सुन लिया होगा कि इस तरह नंबर लगाकर शिकायत करने पर अनाज मिलता है. इसके बाद उसके दिमाग में वही रह गया होगा. बच्ची के पिता ने कहा कि मैं जंगल गया हुआ था घर आया तो अधिकारी लोग बैठे हुए थे. उस वक्त दोपहर का समय था. 12:00 बज रहे थे. बच्ची के पिता ने अधिकारियों और शासन को हुई परेशानी के लिए माफी मांगी है।
इस संबंध में रामपुर के जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया सुबह 112 नंबर का जो लखनऊ कंट्रोल रूम है वहां से मैसेज आया और उसके बाद फोन भी आया और यह कहा गया कि स्वार क्षेत्र के नानकार रानी गांव में 10 लोगों को राशन न मिलने के कारण भुखमरी की स्थिति हैं
फोन में नहीं थी आउटगोइंग सुविधा
आन्जनेय कुमार सिंह ने कहा कि मामला गंभीर था तो तुरंत मैंने एसडीएम को पूरी टीम के साथ वहां भेजा. एसडीएम ने इस बात की जांच की तो पता चला कि जिस नंबर से फोन गया था उसमें आउटगोइंग ही नहीं है और वह कुछ बच्चों को दिया गया था। बच्ची ने खेल खेल में 112 नंबर पर तीन बार कॉल किया, क्योंकि 112 नंबर टोल फ्री नंबर है तो उसके फोन से बार-बार कॉल चली भी गई. जिला प्रशासन ने ऐसे मामलों में परिवार को सजग रहने को कहा है।
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