पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना चल रही है और एनडीए और महागठबंधन के बीच नेक टू नेक की लड़ाई जारी है। अंतिम परिणाम आने तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता है कि बिहार में किसकी सरकार बनेगी। हालांकि कुछ चीजें स्पष्ट हो रही हैं। पहला तो यह कि फर्स्ट फेज में महागठबंधन ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है और इस चरण में पिछली बार की तुलना में 6 अधिक सीटों पर बढ़त बनाई है। इसी तरह सीमांचल में वह छह सीटों का नुकसान भी झेल रहा है. एनडीए ने दूसरे और तीसरे चरण में अच्छा प्रदर्शन किया है। वहीं दूसरी ओर एक बार फिर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी फ्लॉप साबित हुए हैं।
दरअसल जो आंकड़े सामने आ रहे हैं इसके अनुसार साफ हो गया है कि 52 सीटों को प्रभावित करने वाली जिन आठ जगहों पर राहुल गांधी ने रैली की थी वहां महागठबंधन की बुरी गत हुई है। इन 52 सीटों में 42 सीटें महागठबंधन हारते हुए दिख रही है और महज 10 सीटों पर ही जीत दर्ज करता दिख रहा है. ऐसे में कहा यही जा रहा है कि राहुल गांधी इस बार भी बिहार में प्रभावहीन साबित हुए हैं।
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में कांग्रेस नेताओं की दिल्ली की पूरी टीम ने राज्यभर का दौरा किया था और पार्टी नेताओं ने इस चुनाव में 59 सभाएं की थीं. इनमें से राहुल गांधी ने हर चरण में दो और तीसरे चरण में चार यानी कुल आठ सभाएं बिहार में की थीं। राहुल ने पहले चरण में हिसुआ और कहलगांव में सभाएं कीं और उसके बाद उन्होंने कुशेश्वरस्थान और वाल्मीकिनगर तथा तीसरे चरण में कोढ़ा, किशनगंज, बिहारीगंज और अररिया में सभाओं को संबोधित किया था।
बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग ने एक प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि पहले मतगणना के 25-26 राउंड हुआ करते थे, इस बार यह बढ़कर औसतन 35 राउंड हो गए. इसलिए मतगणना देर शाम तक जारी रहेगी. EC ने कहा कि अब तक बिना किसी समस्या के काउंटिंग प्रोसेस जारी है. बिहार में लगभग 1 करोड़ से अधिक मतों की गणना की जा चुकी है, जिसका मतलब है कि अभी भी बड़े हिस्से की मतगणना करनी है. चुनाव आयोग ने साफ किया है कि चुनाव नतीजों को लेकर कोई अंदाज़ा लगाना फिलहाल जल्दबाजी होगी।
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