अलीगढ़। यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लगी मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर विवाद थमने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। यह विवाद जब बढ़ रहा है तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितंबर को अलीगढ़ आ रहे हैं। उनके आने से पहले बीजेपी कार्यकर्ताओं ने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। जिसमें जिन्ना की फोटोज को हटाने की मांग की गई है। बता दें यह पहला मामला नहीं है जब यह विवाद खड़ा हुआ है। एएमयू में जिन्ना की तस्वीर को लेकर समय-समय पर बवाल उठता रहा है। जानिए आखिर क्यों लगी है देश का बंटवारा करने वाले जिन्ना की तस्वीर…
दरअसल, रविवार शाम को अलीगढ़ युवा भाजपा कार्यकर्ताओं जिन्ना की तस्वीर को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। जहां भारत के टुकड़े करने वाले जिन्ना की तस्वीर को यूनिवर्सिटी से हटाया जाए। किसी भी सूरत में देश के टुकड़े करने वाले जिन्ना को यहां क्यों लगाया गया है। इतना ही नहीं इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जिन्ना की तस्वीर पब्लिक टॉयलेट में लगा दी।
बता दें कि यह विरोध भाजपा के मंडल प्रवक्ता शिवांग तिवारी ने छात्रों के साथ मिलकर किया। जहां उन्होंने शहर में पहले तो जिन्ना के विरोध में नारे लगाए, इसके बाद पार्क, बस अड्डे, चौराहे और इतना ही नहीं पब्लिक टॉयलेट में जिन्ना की तस्वीर चिपका दी। मामले को बिगड़ता देख प्रशासन मौके पर पहुंचा और सभी तस्वीरें वहां से हटाईं गईं।
वहीं भाजपा नेता शिवांग तिवारी ने 9 सिंतबर को पीएम नरेंद्र मोदी को खून से एक पत्र भी लिखा है। जिसमें उन्होंने लिखा कि पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर एएमयू में लगी हुई है, आपसे निवेदन है कि भारत माता के टुकड़े करने वाले जिन्ना की तस्वीर को वहां से हटवाया जाए। देश को के बांटने वाले की तस्वीर यहां कतई नहीं लगाई जानी चाहिए।
सबसे पहले बीजेपी सांसद ने शुरू किया था ये विवाद
बता दें कि अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने जिन्ना की तस्वीर को हटाने की मुहिम शुरू की थी। उस दौरान उन्होंने कहा था कि एएमयू के यूनियन हाल में जिन्ना की तस्वीर हटाई जाए। उस वक्त देश में भी कई स्थानों पर सांसद का विरोध हुआ था। अब यूपी चुनाव से पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी फिर से सियासत का अड्डा बन रहा है। देखते हैं कि यह सियासत किस मोड़ पर जाकर ठहरती है।
बता दें कि जिन्ना की तस्वीर कई दशकों से छात्र संघ के यूनियन हॉल में लगी हुई है। यूनिवर्सिटी ने 1920 में नेताओं को सम्मान सदस्यता देने की शुरुआत की थी। जहां छात्र संघ की आजीवन मानक सदस्यता से नवाजा जाता था। 1938 में मोहम्मद अली जिन्ना को आजीवन मानक उपाधि दी गई तो यहां हॉल में जिन्ना की तस्वीर लगा दी गई। जिन्ना के अलावा 146 लोगों को एएमयू ने यह सम्मान दिया था। जिसमें महात्मा गांधी, सी वी रमन, अब्दुल गफ्फार खान और हैदराबाद के निजाम के निजाम शामिल हैं। इसी के तहत महात्मा गांधी की तस्वीर भी यहां लगी हुई है।
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