कोटा. राजस्थान के कोटा- लालसोट हाइवे पर बुधवार को लाखेरी के पास मेज नदी में बस के गिर जाने से एक ही परिवार के 24 लोगों की मौत के बाद पूरे हाड़ौती में शौक की लहर दौड़ गई. हादसा उस वक्त हुआ जब परिवार के लोग सवाई माधोपुर शादी समारोह में शरीक होने जा रहे थे. इसी दौरान लाखेरी के पास मेज नदी की पुलिया पर संतुलन बिगड़ जाने के बाद बस नदी में गिर गई. इस हादसे में 24 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पांच जनों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. जिनका इलाज जारी है. उधर, जब अंतिम संस्कार के लिए शवयात्रा निकली तो 21 अर्थियों को देख पूरा शहर गमगीन हो गया. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी इस दुख की घड़ी में शवयात्रा में शरीक हुए.
21 चिताएं एक साथ देखकर हर आंख हो गई नम
हादसा इतना दर्दनाक था कि मौके पर जो भी शख्स पहुंचा उसकी आंखे भर आई. वहीं जब सभी मृतकों के शवों को कोटा लाया गया तो पूरा शहर अंतिम यात्रा में उमड़ पड़ा. हर शख्स में मूंह से एक ही बात निकली, ऐसी ह्रदय विदारक घटना कभी न हो.
लोकसभा स्पीकर भी हुए शरीक
किशोरपुरा मुक्ति धाम पर अंतिम यात्रा में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी शरीक हुए और परिवार के लोगों का ढाढ़स बंधाया. बिरला विशेष विमान से घटना के तुरंत बाद दिल्ली से रवाना हुए और सीधे किशोरपुरा मुक्तिधाम पहुंचे. वहीं स्थानीय मंत्री शांति धारीवाल ने भी घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए पुलिया की मरम्मत और परिजनों को उचित मुआवजा मिले, इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ने की बात कही. विधायक संदीप शर्मा भी विधानसभा से कोटा पहुचें ओर अंतिम यात्रा में शरीक होकर संवेदनाएं व्यक्त की.
पीएम मोदी ने ट्वीट कर व्यक्त की संवेदना
इस हादसे के बारे में जिसने भी सुना वो सन्न रह गया. हाड़ौती के तमाम जनप्रतिनिधियों सहित प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत ने भी इस दुख की घड़ी में परिजनों को ईश्वर से हिम्मत देने की कामना की और घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया. वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर गहरा दुख प्रकट करते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की.
नम आंखो से दी विदाई
हादसे की खबर आते ही कोटा में मातम का माहौल हो गया. शहरवासी जवाहरनगर स्थित मृतक के मकान के बाहर एकत्र होना शुरू गए. जैसे ही शवों को लाया गया तो सभी की रूलाई फूट पड़ी. वहीं जब अंतिम यात्रा किशोरपुरा मुक्तिधाम के लिए रवाना हुई तो जिस इलाके से भी अंतिम यात्रा गुजरी लोगों का हुजूम का अंतिम यात्रा में जुड़ने का सिलसिला शुरू हो गया और हजारों लोग मुक्तिधाम पहुंचे.
3 शवो का अंतिम संस्कार अलग किया गया
हादसे की सूचना के बाद से परिजनों पर जो दुखों का पहाड़ टूटा तो पूरा शहर शौक संतप्त परिवार को ढाढ़स बधाने के लिए खड़ा नजर आया. लेकिन इस हदय विदारक घटना ने सभी के दिलों को गहरा सदमा दिया. हादसे में कुल 24 लोगों की मौत हुई जिसमें से 21 जनों को अंतिम संस्कार एक साथ किशोरपुरा मुक्तिधाम पर हुआ. जबकि दो के शवों को परिजन पलायथा लेकर गए जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया. वहीं एक मृतक का अंतिम संस्कार कोटा के आरके पुरम मुक्तिधाम पर किया गया.
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