नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में तीन SPO की हत्या करने वाले आतंकियों को मौत के घाट उतारने के लिए सेना ने बड़े पैमाने पर सर्च अभियान चला दिया है। इसके लिए सेना ने करीब 700 जवानों को लगाया है। दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में हिज्बुल और लश्कर इन आतंकियों को तलाशने के लिए सेना ने कई जिलों में अबतक का सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया है।
सेना ने अन्य सुरक्षाबलों के साथ मिलकर शोपियां और पुलवामा के आधा दर्जन से ज्यादा गांवों की घेराबंदी कर गहन तलाशी अभियान शुरू किया है। जानकारी के मुताबिक, सेना की 53 और 55 राष्ट्रीय राइफल्स, 23 पैरा फोर्सेज, केंद्रीय रिजर्व पुलिस की 182 व 183 बटालियन और जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के जवान पुलवामा और शोपियां के अलग-अलग गांवों में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। इस तलाशी अभियान में पुलवामा के लस्सीपोरा, अलाईपोरा, हजदारपोरा समेत कई गांवों की सख्त घेराबंदी की गई है।
बताया जा रहा है कि सेना के इस बड़े अभियान के दौरान पुलवामा में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा घेरे गए सभी गांवों में किसी भी बाहरी व्यक्ति की आवाजाही पर भी पाबंदी लगाई गई है।
इस वारदात के बाद कुछ पुलिसकर्मियों ने अपने इस्तीफे का ऐलान किया था, जिसके विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। हालांकि सोशल मीडिया पर एसपीओ के इस्तीफे की घोषणा से जुड़ा विडियो सामने आने के बाद डीजीपी दिलबाग सिंह ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह और गृह सचिव को राजीव गौबा को बताया कि यह सामूहिक इस्तीफा नहीं है और न ही इसका इन तीन एसपीओ की हत्या से कोई लेना देना है।
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