केवडिया. पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान की संसद में इमरान खान के मंत्री के कबूलनामे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधा है. प्रधानमंत्री मोदी की ओर से विपक्ष से इस मुद्दे पर माफी मांगने की बात कांग्रेस को नागवार गुजरी है.
Delhi News: केजरीवाल सरकार का दिवाली से पहले गिफ्ट, इन वाहनो की सब्सिडी सोमवार से सीधे खाते में आएगी
तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर ने कहा है कि मैं अभी भी ये जानने की कोशिश कर रहा हूं कि आखिर कांग्रेस किस चीज की माफी मांगे. क्या सरकार चाहती है कि हम सेना को सुरक्षा को लेकर उम्मीद करने के लिए माफी मांगें या फिर इस राष्ट्रीय त्रासदी के राजनीतिकरण के लिए माफी मांगे. या फिर हमारे शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए.
v
‘बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी बीते साल हुए पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा था कि देश कभी भूल नहीं सकता कि जब अपने वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी थे, तब कुछ लोग इस दुख में शामिल नहीं थे. वह इसमें भी अपना स्वार्थ देख रहे थे. देश भूल नहीं सकता कि तब कैसी-कैसी बातें कही गईं. कैसे-कैसे बयान दिए गए. देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था तब स्वार्थ की भद्दी राजनीति चरम पर थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमें ये हमेशा याद रखना है कि हम सभी के लिए सर्वोच्च हित- देशहित है. जब हम सबका हित सोचेंगे, तभी हमारी भी प्रगति होगी, उन्नति होगी.’ पीएम ने कहा कि मैं ऐसे राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि देश की सुरक्षा के हित में, हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए, कृपा करके ऐसी राजनीति न करें, ऐसी चीजों से बचें. अपने स्वार्थ के लिए, जाने-अनजाने आप देशविरोधी ताकतों की हाथों में खेलकर, न आप देश का हित कर पाएंगे और न ही अपने दल का.
Leave a Reply