नई दिल्ली। वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया का चयन किया गया, लेकिन टेस्ट टीम में भारतीय ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन का शामिल ना किया जाना एक चौंकाने वाला फैसला रहा। धवन पूरी तरह से फिट हो चुके थे और वो चयन के लिए उपलब्ध थे, लेकिन उन्हें सिर्फ वनडे और टी 20 टीम में ही जगह दी गई। धवन वर्ल्ड कप में अच्छी फॉर्म में थे लेकिन चोट की वजह से वो इस टूर्नामेंट के बीच से ही बाहर हो गए। धवन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतकीय पारी खेली और फिर पैट कमिंस की एक गेंद उनके अंगूठे पर लगी थी। चोट गंभीर थी और फिर धवन की छुट्टी हो गई।
शिखर धवन ने पिछले वर्ष इंडिया के लिए आखिरी टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। इस पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में धवन ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। धवन को इस टेस्ट सीरीज के पहले चार मैचों में मौका मिला था पर वो खुद को साबित नहीं कर पाए थे और फिर पांचवें यानी आखिरी टेस्ट मैच के लिए उन्हें अंतिम ग्यारह में जगह नहीं दी गई थी। उनकी जगह पृथ्वी शॉ को मौका दिया गया था और उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की थी। इसके बाद भारत ने वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेली थी जिसमें भी धवन को मौका नहीं मिला था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत की तरफ से पारी की शुरुआत लोकेश राहुल और मुरली विजय ने की थी। इसके बाद वहां पर मयंक अग्रवाल और हनुमा विहारी से पारी की शुरुआत कराई गई। फिर मयंक अग्रवाल और लोकेश राहुल ने पारी की शुरुआत की थी। हालांकि ये सारे ओपनर्स भारतीय टीम के लिए कुछ खास नहीं कर पाए थे बावजूद इसके धवन को इस बार टेस्ट टीम में नहीं चुना गया। इसका ये मतलब निकलता है कि अब चयनकर्ता भविष्य की टीम की तरफ देख रहे हैं और धवन में अब उन्हें टेस्ट का भविष्य नहीं दिख रहा है।
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