महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के गुरुवार को परिणाम आ गए हैं, लेकिन अभी तक वहाँ का चुनावी दंगल खत्म नहीं हुआ है। चुनाव के पहले से ही भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना (Shiv Sena ) के बीच तनातनी की खबरे सामने आ रही थी, लेकिन शिवसेना, बीजेपी के आगे झुक गई और सीटों का बंटवारा भाजपा के अनुसार हुआ, लेकिन अब शिवसेना अपनी शर्तों पर अड़ी है, जिसका फायदा कांग्रेस को मिलने वाला है। अब जल्द ही महाराष्ट्र में एक नए योग की राजनीति शुरू होने वाली है। शिवसेना भाजपा से सालों की मित्रता तोड़कर कांग्रेस (Congress ) के साथ सरकार बना सकती है।
महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस की सरकार
महाराष्ट्र कांग्रेस (Maharashtra Congress ) ने यह संकेत दे दिये हैं वे शिवसेना के साथ हाथ मिलाने को तैयार है। इसके साथ ही उन्होने यह भी संकेत दिये हैं कि यदि कांग्रेस और शिवसेना का गठबंधन होता है तो मुख्यमंत्री शिवसेना का ही बनेगा। इसके पहले एनसीपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल और कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद हुसैन दलवी ने भी ऐसे ही प्रस्ताव सामने रखे थे। राजनीतिक जगत में ऐसा कहा जा रहा है कि ये सब इसीलिए किया जा रहा है क्योंकि सत्तारूढ़ बीजेपी को सत्ता से दूर रखा जा सके। वहीं महाराष्ट्र के कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट का कहना है कि हम से इस पर अब तक शिवसेना से कोई बातचीत नहीं हुई है। हालांकि, अगर ऐसा होता है तो हम इस मामले को निर्णय के लिए पार्टी आलाकमान के समक्ष रखेंगे।
किसकी बनेगी महाराष्ट्र में सरकार ?
जहां एक ओर कांग्रेस और अन्य पार्टियां शिवसेना को समर्थन देने के लिए तैयार है, वे प्रदेश में अपनी सरकार बनाने की कवायद में जुटी हुई है वहीं दूसरी ओर भाजपा अभी भी यह दावा कर रही है कि भाजपा और उसके सहयोगी मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने वाले हैं। विधानसभा चुनाव के परिणामों में भाजपा को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हुई है। किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलने के कारण सरकार बनाने पर अभी तक बहस हो रही है।
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