सुशांत केस: शिवसेना नेता संजय राउत और कंगना रनौत आमने-सामने, अभिनेत्री ने पूछा- मुंबई क्या,,,

संजय राउत और कंगना रनौत
संजय राउत और कंगना रनौत

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में बयानबाजी का दौर जारी है। इस मामले में अभिनेत्री कंगना रनौत काफी मुखर हैं। वहीं कंगना और शिवसेना नेता संजय राउत के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। मुंबई पुलिस को लेकर दिए बयान के लेकर शिवसेना सांसद ने कहा कि यदि उन्हें मुंबई में डर लगता है तो उन्हें वापस नहीं आना चाहिए। अब इसपर कंगना ने जवाब दिया है।

सुशांत केस: आदित्य ठाकरे को बचाने के लिए आये ये लोग, उल्टा फसा दिया

कंगना ने राउत को जवाब देते हुए कहा, ‘शिवसेना नेता संजय राउत ने मुझे खुली धमकी दी है और मुंबई वापस न आने के लिए कहा है। पहले मुंबई की सड़कों पर आजादी के नारे लगे और अब खुली धमकी मिल रही है। आखिर मुंबई पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) जैसा क्यों महसूस कर रही है?’ अभिनेत्री ने कहा था कि उन्हें फिल्म माफिया से ज्यादा शहर की पुलिस से डर लगता है।

विज्ञापनों के लिए संपर्क करे 98371 55888

बता दें कि बीतें दिनों बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की तरफ से मुंबई पुलिस आयुक्त और मुंबई पुलिस के कामकाज पर सवाल उठाए गए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि मुंबई पुलिस ने कुछ ऐसे ट्वीट्स को लाइक किया है जिसमें कंगना के बारे में गलत बयान दिए गए हैं। इस लेकर कंगना की मुंबई पुलिस के साथ ट्विटर पर बहस हो गई थी।

महाराष्ट्र सरकार: आदित्य ठाकरे के नाम पर मचा एक नया बवाल, जानिए

राउत ने कंगना के बयान की शिवसेना के मुखपत्र सामना में आलोचना करते हुए लिखा था कि अभिनेत्री मुंबई में रहती हैं, इसके बावजूद शहर के पुलिस बल की आलोचना करना विश्वासघात और शर्मनाक है। उन्होंने लिखा था, ‘हम विनम्र निवेदन करते हैं कि वे मुंबई न आएं। यह मुंबई पुलिस का अपमान करने के अलावा और कुछ नहीं है। गृह मंत्रालय को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।’

इसी बीच भाजपा विधायक राम कदम ने कहा है कि मुंबई पुलिस ‘मणिकर्णिका’ अभिनेत्री को सुरक्षा प्रदान करने के लिए उत्सुक नहीं है जबकि वे कथित माफिया को बेनकाब करना चाहती हैं। वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने अभिनेत्री को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें कदम से मदद मांगने से पहले उनका बैकग्राउंड चेक कर लेना चाहिए।

 

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*