महाराष्ट्र के राज्यपाल ने भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने का निमंत्रण दिया था। हालांकि भाजपा ने राज्यपाल को सूचित कर दिया कि उनके पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्याबल नहीं है। इसके बाद अब राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए न्योता दिया है। न्योता मिलने के बाद शिवसेना सरकार तो बनाना चाह रही है लेकिन एनसीपी ने समर्थन देने के बदले ऐसी शर्त रख दी है कि वो फंस गई है। आइए जानें एनसीपी ने क्या शर्त रखी है।
शिवसेना कर रही है सरकार बनाने की तैयारी
भारतीय जनता पार्टी भले ही 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन शिवसेना के पास सरकार बनाने का मौका है क्योंकि शिवसेना दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है और उसके पास 56 सीटें हैं। शिवसेना ने सरकार बनाने की तैयारी कर ली है और एनसीपी उसको समर्थन देने के लिए तैयार भी है। लेकिन एनसीपी ने समर्थन से पहले बड़ी शर्त रख दी है।
ये है एनसीपी की समर्थन के लिए शर्त
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने शिवसेना को समर्थन देने के बदले ऐसी शर्त रख दी है जिससे शिवसेना फंस गई हैष एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने साफ कह दिया है कि अगर शिवसेना को महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए समर्थन चाहिए तो उसको एनडीए से पूरी तरह से नाता तोड़ना होगा। यानि शिवसेना को केन्द्र सरकार से बाहर आना होगा। इसके बाद ही एनसीपी समर्थन पर विचार करेगी।
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