नई दिल्ली। हुनरबाज को सिर्फ मौके की तलाश होती है, कि कब मौका मिले और हुनर की नई पहचान मिल सके। ऐसे में तमिलनाडू के मदुरै में एक सैलून चलाक की बेटी का नाम दुनिया में नई पहचान के साथ लिया जा रहा है। सैलून चालक की बेटी को यूनाइटेड नेशंस एसोसिएशन फॉर डेवलपमेंट एंड पीस (यूएनएडीएपी) के लिए “गुडविल एंबेसडर टू द पुअर” नियुक्त किया गया है।
खर्च करने के लिए पिता को मनाया
मदुरै के सैैलून चालक के बेटी का नाम एम नेत्रा है। नेत्रा ने पढ़ाई के लिए बचाकर रखे गए 5 लाख रुपये को गरीबों की मदद पर खर्च करने के लिए अपने पिता को मनाया।
इन पैसों का इस्तेमाल कोरोनावायरस लॉकडाउन के बीच परेशानियों का सामना कर रहे गरीबों की मदद पर किया गया है। देश के प्रधानमंत्री मोदी ने भी मन की बात कार्यक्रम में नेत्रा और उसके पिता की तरीफ की थी।
इसी मामलेे में तमिलनाडु के मंत्री सेलुर राजू ने नेत्रा के इस काम की तारीफ करते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री पलानीसामी से स्वर्गीय मुख्यमंत्री जे जयललिता के नाम पर एक पुरस्कार से इस बच्ची को सम्मानित करने का आग्रह करेंगे।
आगे मंत्री ने कहा, “कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेत्रा की तारीफ की थी। वह मदुरै का गर्व है।” उन्होंने कहा, “मैं मुख्यमंत्री से सिफारिश करूंगा इस लड़की को आगामी दिनों में जे जयललिता पुरस्कार से सम्मानित किया जाना चाहिए।”
पीएम मोदी ने ‘मन की बात कार्यक्रम’ के दौरान नेत्रा के पिता सी मोहन की भी तारीफ की थी। उन्होंने कोरोनावायरस लॉकडाउन के बीच मुश्किल में फंसे लोगों के लिए अपनी बचत खर्च की है।
पढ़ाई के लिए 5 लाख रुपये जोड़े
साथ ही पीएम मोदी ने कहा, “मोहन जी मदुरै में सैलून चलाते हैं। कड़ी मेहनत से उन्होंने अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए 5 लाख रुपये जोड़े थे। लेकिन इस मुश्किल समय में उन्होंने अपनी बच्ची की पढ़ाई के लिए बचाकर रखे गए पैसों को गरीब और जरूरतमंद लोगों पर खर्च कर दिया।”
यूनाइटेड नेशंस एसोसिएशन फॉर डेवलपमेंट एंड पीस (यूएनएडीएपी) ने कहा कि नेत्रा को न्यूयॉर्क और जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलनों में बोलने का मौका मिलेगा।
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