नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 सितंबर को देशवासियों से माफी मांगी है। बता दें कि ये माफ़ी उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान हुई किसी गलती या चूक के लिए नहीं, बल्कि जैन धर्म में मनाने वाले पर्युषण पर्व के उपलक्ष्य में मांगी है। दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने जैन रीती के मुताबिक देशवासियों से माफी मांगी है।
उल्लेखनीय है कि जैन धर्म के मुताबिक, हमारे द्वारा जानें अनजाने में यदि कोई गलती हो जाती है, तो इस पर्व पर किसी भी अज्ञात गलती के लिए माफी मांगी जाती है। मूर्तिपूजक जैन बंधुओं द्वारा सोमवार, 2 सितंबर को संवत्सरी पर्व मनाया गया था, जबकी स्थानकवासी जैन बन्धुओं द्वारा मंगलवार 3 सितंबर को संवत्सरी पर्व मनाया गया।
पीएम मोदी ने जैन बंधुओं को पर्युषण पर्व की शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘संवत्सरी का विशेष पर्व बड़े दिल वाले, दयालु और सामंजस्यपूर्ण होने की शिक्षा देता है। यह हमें समाज में भाईचारे की भावना को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। मिचामी दुक्कड़म!’ आपको बता दें कि *यह पर्व महावीर स्वामी के मूल सिद्धांत अहिंसा परमो धर्म, जिओ और जीने दो की राह पर चलना सिखाता है तथा मोक्ष प्राप्ति के द्वार खोलता है। इस पर्वानुसार- ‘संपिक्खए अप्पगमप्पएणं’ अर्थात आत्मा के द्वारा आत्मा को देखो।
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