ब्रज भ्रमण: यहां आज भी लीला करते हैं ठाकुर जी
माघ वदी आठ को विराजे प्रियावल्लभ जू, नवल निकुंज मांझ अद्भुत सुख भये हैं। संवत 1870 की साल लाल, बाल छवि देख जनम जनम दुख […]
माघ वदी आठ को विराजे प्रियावल्लभ जू, नवल निकुंज मांझ अद्भुत सुख भये हैं। संवत 1870 की साल लाल, बाल छवि देख जनम जनम दुख […]