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नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों के चलते लगातार हो रही बयानबाजी के बीच तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) से सांसद जेसी दिवाकर रेड्डी ने सोमवार को कुछ ऐसा कह दिया जिसके बाद राज्य की सियासत में हलचल मच गई. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश में सभी पार्टियों को वोट खरीदने ही पड़ते हैं. वह यहीं नहीं रुके, आगे उन्होंने कहा कि आंध्र में प्रति वोट 2500 रुपये देने पड़ते हैं. यह काम टीडीपी को भी करना पड़ता है. उन्होंने बताया कि टीडीपी के साथ ही अन्य पार्टियां जो चुनाव लड़ रही हैं उन्हें हाल के विधानसभा और लोकसभा चुनावों की वोटिंग में कम से कम 10 हजार करोड़ रुपये खर्च करने पड़े. गौरतलब है कि आंध्र में दस दिन पहले ही पोलिंग हुई है.
लोग मांगते हैं पैसा
दिवाकर ने बताया कि 11 अप्रैल को ही प्रदेश में वोटिंग हुई है. ऐसे में जब हम कैंपेन पर निकलते हैं और लोगों से मिलते हैं तो वे साफ कहते हैं कि दूसरी पार्टी 2 हजार दे रही है आप 2500 दो. दिवाकर ने कहा कि कम से कम 50 करोड़ रुपये का खर्चा हर उम्मीदवार को अपने चुनाव क्षेत्र में करना पड़ता है. जो कुल मिलाकर करीब 10 हजार करोड़ रुपये होता है. दिवाकर ने कहा कि अब सवाल ये है कि रुपये आ कहां से रहे हैं तो उसका जवाब है यह पैसा भ्रष्टाचार से निकला है.
यहां होता है और भी ज्यादा खर्च
बताया कि ऐसे चुनाव क्षेत्र जहां पर दिहाड़ी मजदूरों की संख्या ज्यादा है वहां पर उनकी मांग भी ज्यादा होती है. ऐसे इलाकों में लोग 5 हजार रुपये प्रति वोट मांगते हैं. गौरतलब है कि आंध्र उन प्रदेशों में से एक है जहां पर चुनाव आयोग ने सबसे ज्यादा बेनामी रुपये की धरपकड़ की है. चुनावों की तारीख घोषित होने के बाद प्रदेश भर से करीब 116 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए थे. यदि इसमें जब्त की गई शराब, सोना और चांदी को भी मिलाया जाए तो यह रकम 200 करोड़ रुपये से ज्यादा होगी.
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