सनातन पर तनातनी; रविशंकर प्रसाद बोले- कांग्रेस और इंडिया कर रहे अपमान

यूनिक समय, नई दिल्ली। सनातन को लेकर देशभर की राजनीतिक पार्टियों में बहस छिड़ी हुई है। उदयनिधि स्टालिन द्वारा दिए गए बयान के बाद जहां भाजपा इसके विरोध में आ गई है तो अन्य विपक्षी पार्टियां स्टालिन के समर्थन में खड़ी होती नजर आ रही हैं।

कई और बड़े नेताओं ने भी सनातन के खिलाफ बयान जारी किए हैं। ऐसे में भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि कांग्रेस ने सनातन को इंडिया (विपक्षी गठबंधन) का एजेंडा बना दिया है।

न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि सनातन का विरोध तथाकथित घमंडिया गंठबंधन का संकल्प है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे कहते हैं, अगर प्रभु श्रीराम के मंदिर का उद्घाटन होगा तो गोधरा जैसा नरसंहार हो जाएगा। रविशंकर प्रसाद ने सवाल खड़ा किया कि इसका क्या मतलब है? स्वर्गीय बाला साहब ठाकरे के बेटे ऐसी बात कह रहे हैं, जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन के दौरान देश में नए साहस का परिचय दिखाया था।

भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद: सनातन विरोध इस तथाकथित घमंडिया गंठबंधन का संकल्प है। उद्धव ठाकरे कहते हैं कि अगर प्रभु राम के मंदिर का उद्घाटन होगा तो गोधरा जैसा नरसंहार हो जाएगा। इसका क्या मतलब है? ऐसी बात स्वर्गीय बाला साहब ठाकरे के पुत्र कह रहे हैं, जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन में….
इसके बाद उन्होंने कहा कि बिहार में मेरे क्षेत्र के बगल में नालंदा विश्वविद्यालय है, जिसकी तस्वीर राष्ट्रपति की ओर से आयोजित जी20 सम्मेलन के रात्रि भोज स्थल पर लगाया था।

इससे दिखाया गया था कि भारत की ज्ञान परंपरा क्या थी? उन्होंने बताया कि बख्तियार खिलजी ने उसे जलाया था, जिसके बाद 6 महीने तक यहां आग सुलगती रही थी। वहां हमला करने वाले बख्तियार खिलजी के नाम पर आज बख्तियारपुर है। उसका नाम बदलने में नीतीश कुमार का समर्थन जरूरी है, लेकिन वोट बैंक के लिए वे ये भी नहीं करेंगे।

उधर, भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सनातन को अपना एजेंडा बना लिया है, लेकिन हम और भारत इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। सनातन का अपमान करने वाले लोगों का हम लगातार विरोध करते रहेंगे।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*