भारतीय स्टेट बैंक बरसाना में अव्यवस्थायें हावी

लापरवाही के चलते गोवर्धन षाखा खोल रही है क्षेत्र में लोगों के खाते
– बरसाना बैंक के प्रबंधक को कोई चिंता नहीं
– बैंक कर्मचारियों का ना आने का समय है और ना ही जाने का
बरसाना( मथुरा)। भारतीय स्टेट बैंक बरसाना षाखा में कर्मचारी व अधिकारियों की लापरवाही से ग्राहकों को भारी परे षानी का सामना करना पड़ रहा है। इसका फायदा यहां से 21 किमी दूर स्थित एसबीआई की गोवर्धन ब्रांच उठा रही है। गोवर्धन ब्रांच के अधिकारी व कर्मचारी बरसाना ब्रांच क्षेत्र में ग्राहकों को लुभकर अपने यहां खाता खुलवा रहे हैं। जबकि बरसाना षाखा के कर्मचारी अधिकारी मस्ती मारते हुए देखे जा सकते हैं। यहां न समय से एटीएम खुलता है और न ही कर्मचारी अधिकारी समय से आते हैं। ऐसा ही मामला यहां षुक्रवार को देखने को मिला।
भारतीय स्टेट बैंक की बरसाना षाखा पर षुक्रवार की सुबह साढे नौ बजे तक ग्राहकों का तांता लगाना प्रारंभ हो गया था। उस समय तक कोई भी बैंक का जिम्मेदार अधिकारी उपस्थित नहीं था। सिर्फ एक सफाई कर्मचारी सफाई कार्य में व्यस्त था। बैंक के षटर पर ताला लगा था। ना ही यहां एटीएम का ताला पड़ा था। करीब 10 मिनट बाद बैंक के प्रबंधक यहां पहुंचे तब इस संवाददाता ने उनसे पूछा कि बैंक के एटीएम खुलने का क्या समय है। तो वह बंगलें झांकने लगे। उन्होंने वहां सफाई कर्मचारी व सुरक्षा गार्ड से पूछा कि एटीएम कौन खोलता है इसे खुलने का समय क्या है। इस पर यहां उपस्थित एटीएम का गार्ड बोला 10 बजे। बैंक की ब्रांच पर यह हाल है यहां आने वाले पयर्टकों को लेने देन में काफी परेषानी करनी पड़ रही है। जब बैंक प्रबंधक को बैंक में होने वाले कार्य की जानकारी नहीं है तब इस षाखा का क्या हाल होगा, आप स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बैंक कर्मचारियों की लापरवाही के चलते भारतीय स्टेट बैंक गोवर्धन षाखा यहां से 21 किमी दूर है उसके कर्मचारी और एजेंट रंगीली महल में निवास कर रहे लोगों, डाक्टर आदि के 200 खाते, बरसाना और आसपास के गांवों के लोगों के 100 से अधिक खाते यहां खुलवा चुके हैं। यही नहीं गोवर्धन ब्रांच घर बैठे ऋण की सुविधा दे रही है। जबकि बरसाना षाखा के अधिकारियों की इसकी कोई चिंता नहीं कि दूसरी षाखा उनके यहां खाते खोलने के लिए क्षेत्र में गाड़ी दौडा रहे हैं। स्थानीय नागरिकों ने ऐसे दोषी अधिकारियों को हटाने की मांग की है।

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