ग्राम सभा के प्रस्ताव पर पेड़ लगाने पहुंचे वन कर्मियों को ग्रामीणों ने खदेड़ा

आरोप है कि हाईकोर्ट में उक्त भूमि का केस चल रहा है तब वन विभाग कैसे पेड़ लगा सकता है
मथुरा। जनपद के गांव जावली के ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव पर आरोप लगाया है कि हाईकोर्ट में जिस जमीन का केस चल रहा है उसका फर्जी तरीके प्रस्ताव वन विभाग को पेड़ लगाने के लिए भेज दिया। इसकी जानकारी उस समय ग्रामीणों को हुई जब वन विभाग की टीम गौ चारागाह की जमीन पर पेड लगाने के लिए खुदाई प्रारंभ कराई। इस पर ग्रामीण भड़क गये उन्होंने विरोध कर गौ चारागाह की भूमि पर खुदाई के काम को रुकवा दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान ने ग्राम पंचायत सदस्यों के फर्जी साइन कर प्रस्ताव कर गोरा गौ चारागाह की जमीन पर वन विभाग के द्वारा पेड़ लगाने का बहाना लगाकर गौ चारागाह की जमीन के चारों तरफ गहरी खाई खोदी जा रही है। जिससे खेतों को जाने के लिए किसानों के रास्ते को बंद कर दिया गया है। जिससे किसानों ने आक्रोशित होकर काम को रुकवा दिया। ग्रामीणों ने कहा कि इस भूमि पर कई वर्षों से हाई कोर्ट में केस चल रहा है। हाई कोर्ट के फैसले के बिना ग्राम प्रधान ने प्रस्ताव कैसे कर दिया। ऐसे में वन विभाग कैसे जमीन पर पेड़ लगा सकता है। यह सभी ग्राम प्रधान और वन विभाग के मिलीभगत से हो रहा है। जिसका आज किसानों ने विरोध कर जेसीबी व फॉरेस्ट इंस्पेक्टर को वहां से को वहां से भगा दिया।

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