विजयवाड़ा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनसेना के बीच गठबंधन से तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू की एक बार फिर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है। नायडू ने दावा किया था कि उन्होंने भाजपा का साथ राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने के मामले के कारण छोड़ाथा। तेदेपा सूत्रों ने कहा कि वह आंध्र प्रदेश में भाजपा और जनसेना पार्टी के साथ गठबंधन की कोशिश कर रही थी। इस बीच भाजपा के आंध्र प्रदेश के प्रभारी सुनील देवधर ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में साफ किया कि राज्य में तेदेपा के साथ मिलकर काम करने की अब कोई संभावना नहीं बची है। उन्होंने कहा,‘‘तेदेपा के साथ गठबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है। भाजपा के प्रवक्ता जी.वी.एल नरसिम्हा राव ने कहा कि आंध्र प्रदेश में भाजपा का तेदेपा के साथ कोई राजनीतिक संबंध नहीं है।
उल्लेखनीय है कि भाजपा, तेदेपा और जनसेना ने 2014 के विधानसभा चुनाव में 175 में से 105 सीटों पर जीत दर्ज की थी। राव ने हालांकि राज्य को विशेष दर्जा देने की मांग पर बाद में भाजपा से नाता तोड़ लिया था। तेदेपा 2019 के विधानसभा और लोकसभा का चुनाव अकेले लड़ी और उसे विधानसभा में 23 और लोकसभा में मात्र तीन सीटें ही मिल सकी। तेदेपा सूत्रों ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने नायडू को भाजपा के साथ एक बार फिर गठबंधन करने की सलाह दी है। भाजपा सूत्रों ने हालांकि कहा कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रचार करने पर अब भी श्री नायडू से खफा है और अब यह साफ है कि तेदेपा का भाजपा के साथ दोबारा गठबंधन होना मुश्किल है। भाजपा और जनसेना के बीच गठबंधन उस वक्त हुआ है जब राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव होने जा रहे हैं।
दिल्ली चुनाव : टिकट बंटवारे से भड़के भाजपा नेता, लगी इस्तीफों की कतार
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने उममीदवारों का ऐलान कर दिया है। वहीं भाजपा ने भी 57 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। जबकि कांग्रेस में नामों को लेकर मंथन चल रहा है।
टिकट बंटवारे से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने जेपी नड्डा के आवास पर जमकर हंगामा किया। वहीं शनिवार को गांधी नगर विधानसभा क्षेत्र के 100 से अधिक पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपना इस्तीफा देने भाजपा मुख्यालाय पहुंचे। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पार्टी ने अपनेे कैंडिडेट छोड़कर आम आदमी पार्टी से आए पूर्व विधायक अनिल वाजपेयी को टिकट क्यों दिया।
वहीं भाजपा नेता करण सिंह तंवर को टिकट न मिलने के कारण आज उनके समर्थक भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। गौरतबल 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे जबकि 11 फरवरी को मतगणना होगी। छठी दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी 2020 को समाप्त हो जाएगा।
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