मची हाहाकार: पूरे प्रदेश में लगी रोक, नहीं बनेंगे ड्राइविंग लाइसेंस

बाराबंकी. न्यू मोटर व्हीकल एक्ट (नए मोटरयान अधिनियम)  में संशोधन से जुर्माने की धनराशि दस गुना तक बढ़ जाने के बाद लाइसेंस बनवाने वालों की बाढ़ आ गई है। ऑनलाइन होने वाले लर्निंग लाइसेंस के आवेदन का स्लॉट फुल हो जाने के कारण फिलहाल पूरे प्रदेश में रोक लग गई है। दो माह तक अग्रिम हुए आवेदन के निस्तारण में विभाग पस्त है। पूरे प्रदेश में लाखों आवेदन लंबित है जबकि और लाइसेंस बनवाने के लिए मारामारी मची है।

लर्निंग लाइसेंस का आवेदन बंद

परिवहन विभाग की साइट पर लर्निंग लाइसेंस के लिए अधिकतम अग्रिम तिथि 60 दिन तक आवेदन की तिथि मिलने का प्रावधान है। लर्निंग लाइसेंस बनवाने के नियम सख्त होने के बाद इसके आवेदन में अचानक बढ़ोतरी हो गई। बाराबंकी सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय में प्रतिदिन 160 आवेदन का स्लॉट था। इसके अनुसार अग्रिम दो माह के लिए करीब दस हजार आवेदन लंबित हैं। पूरे प्रदेश में 17 सितंबर को करीब चार बजे अचानक रोक लगी। राजधानी में लंबित आवेदनों की संख्या करीब 40 हजार है और पूरे प्रदेश में यह आंकड़ा लाखों में है।

बनाई गई दो स्पेशल विंडो

एआरटीओ ने बताया कि केवल लाइसेंस के लिए दो अतिरिक्त ¨वडो खोली जा रही हैं। जो स्पेशल लाइसेंस के लिए होंगी और केवल लाइसेंस का ही काम होगा। साथ थी कार्यालय में उपलब्ध कर्मचारियों को समायोजित कर इसमें लगाया जाएगा।

इसे कहते हैं स्लॉट

जब लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाता है तो आवेदक के बायोमीट्रिक, डिजिटल हस्ताक्षर आदि के लिए आवश्यकतानुसार तिथि (स्लॉट) का चयन करना होता है। इसकी प्रक्रिया को ही स्लॉट कहते हैं। इसे संबंधित एआरटीओ सुविधानुसार बढ़ा सकता है।

स्लाट बढ़ाने की मांग

बाराबंकी के एआरटीओ प्रशासन पंकज सिंह ने बताया कि स्थिति को देखते हुए अपर परिवहन आयुक्त आइटी को पत्र भेजकर 60 दिन की अग्रिम तिथि को बढ़ाकर 90 दिन करने का आग्रह किया है। बाराबंकी में पहले एक दिन में 80 स्लॉट बुक होते थे। इसे आवश्यकतानुसार बढ़ाकर 120 व 140 से अब 160 किया जा चुका था। जबकि काम करने वालों की संख्या न के बराबर है।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*