नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी गुलाम बोदी (Gulam Bodi) स्पॉट फिक्सिंग मामले में दोषी पाए गए और उन्हें इसके लिए 5 साल की सजा सुनाई गई है। उन्होंने साल 2015 में एक घरेलू मैच के दौरान स्पॉट फिक्सिंग की थी जिसके लिए वो पिछले साल नवंबर में दोषी पाए गए थे। अब प्रिटोरिया के कमर्शियल क्राइम कोर्ट ने उन्हें ये सजा सुनाई है। गौरतलब है कि गुलाम बोदी पहले साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी हैं जिन पर 2004 के भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम रोकथाम के तहत मुकदमा चला। साउथ अफ्रीका में ये अधिनियम पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिए के मैच फिक्सिंग में फंसने के बाद लाया गया था।
गुलाम बोदी को इस मामले में 15 साल की सजा हो सकती थी,लेकिन उन्होंने कोर्ट में दया याचिका डाली थी जिसके बाद उन पर दया दिखाते हुए कोर्ट ने उन्हें 5 साल की सजा सुनाई। बोदी को सजा देने में इतना समय इसलिए लगा क्योंकि उनके वकीन ने पैसों की कमी की वजह से उनका केस लड़ने के इनकार कर दिया था। गुलाम बोदी ने साउथ अफ्रीका के घरेलू टूर्नामेंट रैम स्लैम में स्पॉट फिक्सिंग की थी। 2014 में उन्होंने भारतीय बुकी से भी संपर्क किया था। जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पैसों की वजह से उन्होंने ये कदम उठाया।
गुलाम बोदी भारतीय मूल के हैं,लेकिन उनका परिवार दक्षिण अफ्रीका में बस गया था। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए अंडर 19 विश्व कप भी खेला। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका के लिए जिम्बाब्वे के खिलाफ डेब्यू भी किया था और अर्धशतक भी लगाया था। दूसरे मैच में बोदी ने 32 रन की पारी खेली, लेकिन उनसे बाद उन्हें मौका नहीं मिला। गुलाम बोदी ने अपनी टीम के लिए दो वनडे और एक टी20 मैच भी खेले। बोदी को आइपीएल के लिए दिल्ली ने भी खरीदा था, लेकिन खेलने का मौका नहीं मिला।
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