जौनपुर। मड़ियाहूं से ही 2002 में पुन विधायक बने और फिर अपना चुनाव क्षेत्र बदल कर नवगठित विधानसभा क्षेत्र मल्हनी को चुना और 2012 में वहां से विधायक बने, इसके बाद 2017 में यादव मल्हनी से भाजपा लहर के बावजूद फिर विधायक बने। विधायक के साथ ही साथ पारस नाथ यादव जौनपुर लोकसभा से 1998 और 2004 में समाजवादी पार्टी के सांसद भी चुने गए थे। यादव सात बार विधायक, दो बार सांसद और तीन बार प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे हैं। यादव के निधन से जिले की मल्हनी विधानसभा क्षेत्र विधायक विहीन हो गया है, अब यहाँ उपचुनाव होगा।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य एवं विधायक पारस नाथ यादव का शुक्रवार को लम्बी बीमारी के बाद यहां निधन हो गया। वह लगभग 70 वर्ष के थे। यादव करीब एक साल से कैंसर से पीड़ित थे। जौनपुर नगर स्थित आवास पर आज सुबह उन्होने अंतिम सांस ली। जिले के मड़ियाहूं तहसील क्षेत्र के आदमपुर गांव निवासी पारस नाथ यादव पहली बार 1985 में जिले के बरसठी विधानसभा क्षेत्र से दमकिपा से विधायक चुने गए थे।
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उसके बाद इसी विधानसभा क्षेत्र से 1989 में जनतादल से चुनाव जीते और प्रदेश सरकार में मंत्री बने। यादव बरसठी विधानसभा क्षेत्र से 1993 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधायक बने मुलायम सिंह यादव की सरकार में ये कैबिनेट मंत्री बने। वर्ष 1996 में इन्होंने अपना चुनाव क्षेत्र बदल कर मड़ियाहूं कर दिया और सपा से विधायक चुने गए।
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मड़ियाहूं से ही 2002 में पुन: सपा से विधायक बने और फिर अपना चुनाव क्षेत्र बदल कर नवगठित विधानसभा क्षेत्र मल्हनी को चुना और 2012 में वहां से विधायक बने, प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार में ये कैबिनेट मंत्री बने, इसके बाद 2017 में यादव मल्हनी से भाजपा लहर के बावजूद फिर सपा के विधायक बने। विधायक के साथ ही साथ पारस नाथ यादव जौनपुर लोकसभा से 1998 और 2004 में समाजवादी पार्टी के सांसद भी चुने गए थे। यादव सात बार विधायक, दो बार सांसद और तीन बार प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे हैं। यादव के निधन से जिले की मल्हनी विधानसभा क्षेत्र विधायक विहीन हो गया है, अब यहाँ उपचुनाव होगा।
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