नई दिल्ली. टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर को बड़ा झटका लगने वाला है. महाराष्ट्र आवासीय व क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण ने बांद्रा में 21,348 स्क्वायर फुट के प्लॉट की लीज वापस लेने की तैयारी कर ली है. सुनील गावस्कर क्रिकेट फाउंडेशन ट्रस्ट को ये प्लॉट 31 साल पहले इंडोर क्रिकेट एकेडमी बनाने के लिए आवंटित किया गया था. महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी के उपाध्यक्ष और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर मिलिंद म्हासकर ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि अथॉरिटी ने इस आवंटन को रद्द करने के लिए सरकार का दरवाजा खटखटाया है.
31 साल पहले आवंटित हुई थी जमीन
मिलिंद के अनुसार, ‘एकेडमी के लिए जमीन का आवंटन 31 साल पहले किया गया था, लेकिन निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका है. हमने इसे वापस लेने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है.’ आधिकारिक रिकॉर्ड्स के अनुसार, महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी ने बांद्रा में रंगशारदा ऑडिटोरियम के पास क्रिकेट एकेडमी बनाने के लिए सुनील गावस्कर क्रिकेट फाउंडेशन ट्रस्ट को जमीन लीज पर दी थी. आवंटन को लेकर नियम व शर्तें साल 1999, 2002 और 2007 में संधोशित की गईं, लेकिन फाउंडेशन ने किसी भी तरह का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं किया है.
उद्धव ठाकरे से मिले थे सुनील गावस्कर
बता दें कि 24 दिसंबर को ही सुनील गावस्कर ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से उनके घर मातोश्री पर मुलाकात की थी. इस मुलाकात में किस मुद्दे पर बात की गई, ये अभी तक साफ नहीं हुआ है, लेकिन मुंबई क्रिकेट संघ के पूर्व अध्यक्ष आशीष शेलार ने इस बैठक का हवाला देते हुए 27 दिसंबर को उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी की कार्रवाई को न्यायसंगत बताया था.
शेलार ने पत्र में लिखा, ‘मैं आपको जमीन के आवंटन और सुनील गावस्कर की हाल में आपसे हुई मुलाकात के बारे में पत्र लिख रहा हूं. जमीन का आवंटन किए जाने के बाद से सुनील गावस्कर ने कई बार नियम व शर्तों में छूट की मांग की, जिसे समय-समय पर मंजूर भी किया जाता रहा. लेकिन, अभी तक लीज के एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं और न ही अतिक्रमण को रोकने के लिए जमीन पर किसी तरह का सुरक्षा उपाय किया गया है. हमें क्रिकेट जगत में हासिल की गई सुनील गावस्कर की उपलब्धियों पर गर्व है, लेकिन जमीन आवंटन के तीन दशक बाद भी निर्माण कार्य में हुई असाधारण देरी के बाद मैं इस जमीन पर क्रिकेट एकेडमी के निर्माण को लेकर आश्वस्त करने के महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी के किसी भी कदम का समर्थन करता हूं,’
60 साल की लीज पर मिली थी जमीन
शर्तों के अनुसार, सुनील गावस्कर क्रिकेट फाउंडेशन ट्रस्ट को जमीन का आवंटन मिलने के तीन महीनों के अंदर काम शुरू करना था और तीन साल में खत्म करना था. कई बार समयसीमा बढ़ाने के बाद भी ट्रस्ट ऐसा करने में नाकाम रहा. एग्रीमेंट की शर्तों के अनुसार, सरकार ने जमीन 60 साल की लीज पर दी थी. इस पर ट्रस्ट को गैर लाभकारी आधार पर एकेडमी चलानी थी. इसमें इंडोर क्रिकेट एकेडमी के अलावा हेल्थ क्लब, फिटनेस सेंटर, जिम्नेजियम, स्वीमिंग पूल, स्क्वॉश कोर्ट और रेजीडेंशियल काॅम्पलेक्स भी बनाए जाने थे. ये भी तय हुआ था कि ट्रस्ट कमर्शियल रूप से जमीन को तभी इस्तेमाल कर सकता है, जब वह इससे होने वाले लाभ को 50-50 प्रतिशत के आधार पर महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी के साथ साझा करे.
साल 2011 में जमीन पर अतिक्रमण की शिकायतों के बाद महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी ने सुनील गावस्कर क्रिकेट फाउंडेशन ट्रस्ट के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी. वहीं, अधिकारियों ने इस बात की भी पुष्टि की है कि टीम इंडिया के पूर्व मैनेजर और वर्तमान में जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के हेड कोच लालचंद राजपूत ने भी क्रिकेट ट्रेनिंग एकेडमी बनाने के लिए जमीन आवंटन का आवेदन किया है.
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