नई दिल्ली। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज का तीसरा मुकाबला लीड्स के हेडिंग्ले में खेला जा रहा है। पांच मैचों की सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच तक ऑस्ट्रेलिया ने अपनी 6 पारियां खेल ली हैं। वहीं, इंग्लैंड की टीम सीरीज की अपनी छठी और मैच की दूसरी पारी खेलेगी, जिससे मैच के नतीजा तय होगा।
इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के लिए हैरान करने वाली बात ये रही है कि पहली तीन पारियों में कंगारू टीम के लिए स्टीव स्मिथ ने सबसे ज्यादा रन बनाए थे। स्टीव स्मित पहले टेस्ट मैच की दोनों पारियों और फिर दूसरे टेस्ट मैच की एक पारी में चोटिल होने तक कंगारू टीम के लिए सबसे ज्यादा रन हर पारी में बनाने वाले बल्लेबाज थे, लेकिन दूसरे ही मैच में उनको रिप्लेस किया गया।
जोफ्रा आर्चर की बाउंसर गेंद सिर में लगने के बाद कनकशन टेस्ट में स्टीव स्मिथ फेल हो गए थे। इस कारण दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में उनकी जगह 12वे खिलाड़ी रहे मार्नस लाबुशाने बल्लेबाजी करने उतरे। कनकशन सबस्टिट्यूट के तौर पर बल्लेबाजी करने उतरे मार्नस लाबुशाने ने 59 रन की पारी खेलकर मैच को ड्रॉ कराया। 59 रन ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में सबसे बड़ा निजी स्कोर था।
इसके बाद तीसरे टेस्ट मैच से भी स्टीव स्मिथ बाहर हो गए। इस तरह मार्नस लाबुशाने को मौका मिला और उन्होंने लीड्स टेस्ट मैच की पहली पारी में 74 रन और दूसरी पारी में 80 रन बनाए। ये दोनों पारियां भी ऑस्ट्रेलियाई टीम की ओर से बड़ी पारियां थीं, लेकिन इसी टेस्ट मैच की दूसरी पारी मार्नस लाबुशाने के लिए बड़ी ही साहसी पारी थी, क्योंकि उन्होंने जिन परिस्थितियों का सामना किया वो काफी खतरनाक थीं।
दरअसल, मार्नस लाबुशाने ने दूसरी पारी में 187 गेंदों में 80 रन बनाए और वे रन आउट हो गए। इसी पारी में मार्नस लाबुशाने ने इंग्लैंड की ओर से तेज गेंदबाजी करने वाले जोफ्रा आर्चर, स्टुअर्ट ब्रॉड, क्रिस वोक्स और बेन स्टोक्स को खेला। इन सभी गेंदबाजों ने मार्नस लाबुशाने को काफी तंग किया।
मार्नस लाबुशाने को इन गेंदबाजों ने ज्यादातर गेंद शॉर्ट लेंथ पर फेंकी, जिसमें से तमाम बाउंसर भी रहीं, लेकिन लाबुशाने ने इन गेंदों के कभी बल्ले से, कभी हेलमेट से तो कभी शरीर से खेला। इस तरह मार्नस लाबुशाने की ये पारी साहसी रही, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई टीम का कोई भी बल्लेबाज इन गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पा रहा था।
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