मथुरा जनपद में डेंगू के तीन एक्टिव केस मिले

यूनिक समय, मथुरा। मौसम बदलने के साथ ही डेंगू का खतरा भी बढ़ने लगा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू को लेकर अलर्ट भी जारी किया है। वहीं नर्सिंग होम एवं पैथोलॉजी संचालकों को निर्देश दिए हैं कि पुष्टि होने के बाद ही डेंगू घोषित किया जाए, गलत रिपोर्ट दी जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। रविवार को जमुना पार के लक्ष्मी नगर, नवादा, राधावैली इलाके में तीन लोग में डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं।

डेंगू ने बढ़ाया खतरा – Dengue

नगरीय मलेरिया अधिकारी डॉ. भूदेव सिंह ने बताया कि मौसम बदल रहा है, ऐसे में डेंगू का खतरा भी बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्लेटलेट्स के कम होने का मतलब डेंगू रोग होने की पुष्टि नहीं करता, वायरल संक्रमण तथा अन्य बीमारियों में भी प्लेटलेट्स कम हो जाती हैं।

कई बार प्लेटलेट्स कम होने पर नर्सिंग होम और पैथोलॉजी संचालक लोगों में डेंगू होना बता देते हैं, जो गलत है। मरीज की जांच में डेंगू की पुष्टि होने पर ही डेंगू की घोषणा करें साथ ही तत्काल इसकी सूचना मलेरिया कार्यालय में कंट्रोल रूम को दी जाए। उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला जांच में परीक्षण एलाइजा विधि से ही किया जाए। आईजीएम, एनएस वन एंटीजन धनात्मक स्थिति में ही परिणाम कन्फर्म माना जाए। यदि नर्सिंग होम तथा पैथोलॉजी लैब में परीक्षण की सुविधाएं न हों तो बाहर जांच कराकर ही पुष्टि करें।

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डेंगू बुखार के लक्षण
आमतौर पर संक्रमण के चार से छह दिन बाद शुरू होते हैं और 10 दिनों तक रहते हैं। अचानक तेज बुखार (105 डिग्री), गंभीर सिरदर्द, आँखों के पीछे दर्द, गंभीर जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द,थकान, जी मिचलाना, उल्टी आना, दस्त होना,त्वचा पर लाल चकत्ते, जो बुखार आने के दो से पांच दिन बाद दिखाई देते हैं, हल्का रक्तस्राव (जैसे नाक से खून बहना, मसूड़ों से खून आना हैं।

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