असम के सिबसागर जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई और कई घायल है। ये दुर्घटना नेशनल हाइवे 37 पर दिमाऊ में एक बस और टैंपो ट्रेवलर के टकराने से हुई। घायल हुई लोगों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ऐसा बताया जा रहा था कि हादसे में मरनेवालों की संख्या बढ़ सकती है।
आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2009 में जहां देश में 97 हजार लोग सड़क दुर्घटना में मरते थे, जिनकी संख्या 2017 में बढ़कर 1 लाख 47 हजार 502 पहुंच गई, जो चिता का विषय बन गया है। सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या में दिनोंदिन हो रही वृद्धि को रोकने के लिए ही नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू किया गया है। हालांकि, नए मोटर व्हीकल एक्ट का विरोध भी कुछ लोग कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने साफ कर दिया है कि इसमें किसी प्रकार कोई ढील नहीं दी जाएगी।
टू-व्हीलर के साथ हादसों में सर्वाधिक मौतें
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, दोपहिया वाहनों के साथ हुए सड़क हादसों में लोगों ने सबसे ज्यादा जान गंवाई। दोपहिया वाहनों के साथ दुर्घटनाओं में 34.8 फीसद, ट्रक के साथ 11.2 फीसद जबकि कार टैक्सी जैसे हल्के वाहनों के साथ हुए हादसों में 17.9 फीसद मौतें दर्ज की गईं। चौंकाने वाली बात यह कि सड़क के किनारे चलने वाले लोगों के साथ हुए हादसों में भी मौतों के मामले ज्यादा देखे गए। आंकड़ों की मानें तो पैदल यात्रियों के साथ हुए हादसों में 10.6 फीसद मौतें दर्ज की गईं। यहां तक कि साइकिल से चलने वाले भी महफूज नहीं रहे। साइकिल सवारों के साथ हुए हादसों में 1.7 फीसद मौतें दर्ज की गईं।
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