अमेरिका में स्कॉलर छात्रा सुदीक्षा भाटी की मौत के मामले में पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया है। दोनों आरोपी बुलंदशहर के ही निवासी हैं। पता चल रहा है कि उन्होंने मामला गरमाने पर पुलिस से बचने के लिए काले रंग की बुलेट पर मिलिट्री के कलर की पॉलीथिन चढ़वा दी थी। नंबर प्लेट पर लिखा जाति सूचक शब्द भी हटवा कर नई नंबर प्लेट लगवा दी। पुलिस रविवार को मामले का बड़ा खुलासा कर सकती है।
शर्मसार यूपी: लखीमपुर खीरी में 13 साल की बच्ची से गैंगरेप, आंखें फोड़ीं-जुबान काटी
गौतमबुद्ध नगर जनपद के दादरी क्षेत्र के गांव डेरी स्केनर निवासी छात्रा सुदीक्षा भाटी की 10 अगस्त को थाना औरंगाबाद क्षेत्र में ननिहाल मामा के गांव बाइक पर जाते समय मौत हो गई थी। इस मामले में सुदीक्षा भाटी के पिता जितेंद्र भाटी ने अज्ञात बाइक सवारों के खिलाफ जानबूझकर हादसा करने का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में शासन और महिला आयोग काफी सख्त है।
पांच के दिन की जांच के बाद पुलिस ने शुक्रवार रात दो युवकों को हिरासत में लिया था। सूत्रों का कहना है कि दोनों आरोपी बुलंदशहर जनपद के रहने वाले हैं। इनमें एक कोतवाली देहात क्षेत्र का निवासी बताया जा रहा है।एसआईटी की जांच में घटना की बाबत काफी जानकारी सामने आई है। सूत्रों की मानें तो रविवार को एसएसपी संतोष कुमार सिंह प्रेस वार्ता कर घटना का खुलासा कर सकते हैं।
बुलंदशहर के भूड़ चौराहे से लगे थे पीछे
सूत्रों की मानें तो सुदीक्षा मामले की जांच करते हुए पुलिस के हाथ में दो संदिग्ध युवक लगे हैं। यह दोनों युवक काले रंग की बुलेट पर बुलंदशहर भूड़ चौराहा से सुदीक्षा की बाइक के आगे पीछे होते हुए चले थे। पुलिस द्वारा जानकारी जुटाई जा रही है कि आरोपियों द्वारा सुदीक्षा के साथ छेड़छाड़ की गई थी या नहीं। इसके लिए रास्ते में मिले दो-तीन लोगों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।
झंडा फहराने को लेकर झड़प, BJP कार्यकर्ता की पीट-पीटकर हत्या, जानिए पूरा मामला
सुदीक्षा भाटी की मौत के मामले का जल्द ही ही खुलासा कर दिया जाएगा। कुछ संदिग्ध लोगों को पकड़कर पूछताछ करने पर घटना के संबंध में काफी जानकारी मिली है। –संतोष कुमार सिंह, एसएसपी
छेड़छाड़ नहीं की तो छिपे क्यों?
- अगर आरोपियों ने कुछ गलत नहीं किया और यह मात्र एक हादसा था तो दोनों ने अपनी बाइक का रंग क्यों बदला?
- पुलिस ने काली बुलेट वालों को तलब किया था तो ये दोनों खुद सामने क्यों नहीं आए?
- मामला लगातार मीडिया में चल रहा था। पुलिस की अपील पर हजारों काली बुलेट के मालिक पुलिस के सामने पेश हुए और सफाई दी। लेकिन ये दोनों क्यों छिपे रहे?
Leave a Reply