यूनिक समय, लखनऊ। एक बिहारी, सब पर भारी…ये मिसाल काफी आम है। मगर, चुनावी माहौल के बीच बिहार में इसका नया रूप दिखाई पड़ रहा है। दो युवा बिहारी, अनुभव से भरपूर नीतीश कुमार पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। हालांकि, ये असर फिलहाल सिर्फ भाषणों में है। बिहार के चुनावी रण में एक तरफ 15 साल के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का चेहरा है तो दूसरी तरफ एक बार के विधायक तेजस्वी यादव मोर्चा संभाले हुए हैं। दो बड़े गठबंधनों की इस लड़ाई में एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और युवा नेता चिराग पासवान भी कूद पड़े हैं। मुकाबला जबरदस्त हो रहा है। खूब वार-पलटवार चल रहे हैं। तेजस्वी और चिराग ने नीतीश कुमार के तीर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ ही मोड़ दिए हैं। पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार के आखिरी दिन नीतीश कुमार ने 26 अक्टूबर को वैशाली में रैली के दौरान लालू यादव के परिवार पर टिप्पणी की। नीतीश कुमार ने कहा कि 8-8, 9-9 बच्चे पैदा करने वाले विकास करने चले हैं। बेटियों पर भरोसा नहीं था। नीतीश की इस टिप्पणी पर बवाल मच गया है। तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बहस में ले लिया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि इस तरह के बयानों से नरेंद्र मोदी जी को निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि वो भी 6-7 भाई-बहन हैं। साथ ही तेजस्वी ने ये भी कहा कि नीतीश कुमार का बयान महिलाओं की अस्मिता पर सवाल उठा रहा है, इसलिए उन्होंने मेरी मां की भी मर्यादा को ठेस पहुंचाई है।
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