सूत्रों के मुताबिक 8 घंटे की चली पड़ताल में सीबीआई को पीड़िता के पिता की हत्या में अहम सबूत हाथ लगे हैं. वहीं विधायक के आवास पर लगे सीसीटीवी कैमरा की डीबीआर को सीबीआई टीम ने जब्त कर लिया है.
रविवार को उन्नाव रेप केस को लेकर सीबीआई आरोपी विधायक और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर सुबह से शाम तक छापेमारी करती रही. रेप पीड़िता के पिता की हत्या और संदिग्ध हादसे की पड़ताल में सीबीआई ने आरोपी विधायक के आवास और अन्य ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिशें दीं. सीबीआई की इस छापेमारी से विधायक समर्थकों में अफरा-तफरी मच गई. विधायक का पैतृक निवास माखी गांव में हर तरफ सन्नाटा पसरा रहा. सीबीआई ने रविवार को कुल 17 जगहों पर छापेमारी की. यूपी के 4 जिलों रायबरेली, फतेहपुर, उन्नाव और लखनऊ में सीबीआई ने ताबड़तोड़ एक के बाद एक छापेमारी की.
विधायक के कई ठिकानों पर छापेमारी
सूत्रों के मुताबिक 8 घंटे की चली पड़ताल में सीबीआई को पीड़िता के पिता की हत्या में अहम सबूत हाथ लगे हैं. वहीं विधायक के आवास पर लगे सीसीटीवी कैमरा की डीबीआर सीबीआई टीम ने जब्त कर लिया है. माना जा रहा है कि सीसीटीवी कैमरे की डीबीआर विधायक के कई राज खोल सकता है.
इसके साथ ही रविवार को सीबीआई ने ट्रक के मालिक, ड्राइवर, क्लीनर के साथ-साथ बीजेपी के निलंबित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से दोबारा पूछताछ भी की है. रविवार को जिस तरह से सीबीआई की छापेमारी हुई है और जो सुराग हाथ लगे हैं उससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि सीबीआई इस केस से जुड़े कुछ अहम खुलासा करने जा रही है.
26 सदस्यीय टीम ने उन्नाव में डेरा जमा दिया
बता दें कि सोमवार की सुबह 8 बजे से ही सीबीआई की 26 सदस्यीय टीम ने उन्नाव में डेरा जमा दिया था. सीबीआई के 22 अधिकारियो ने आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर के माखी स्थित आवास को कब्जे में ले लिया. वहीं शहर स्थित विधायक के भाई मनोज सेंगर जो कि हादसे में आरोपी है. इनके आवास पर 4 सदस्यीय टीम ने तलाशी के साथ ही घर पर मौजूद महिला सदस्यों के साथ ही नौकरों से गहन पूछताछ की.
सीबीआई सूत्रों की माने तो अधिकारियों ने विधायक आवास के एक कमरे का ताला तोड़कर सर्च अभियान चलाया. जांच के दौरान एक फाइल मिली, जिसमे टीम को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. ताला तोड़ने पर लोगों ने विरोध किया तो टीम ने सर्च वारंट होने की बात कही तो लोग बैकफुट पर आ गए थे. सीबीआई की टीम ने यहां सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले.
सीसीटीवी फुटेज खोलेंगे विधायक के कई राज
इसके साथ ही सीबीआई की टीम ने आरोपी विधायक के करीबी विनोद मिश्रा, जो कि हादसे में नामित आरोपी है उसके घर की भी तलाशी ली. वहीं पीड़िता के घायल वकील महेंद्र सिंह के घर जाकर परिजनों के बयान दर्ज किए. गांव के भी कुछ लोगों से बातचीत कर एक नोट शीट बनाई है. इसके अलावा सीबीआई टीम ने गवाहों के भी बयान दर्ज किए हैं. रविवार शाम करीब 4 बजे 26 सदस्यीय टीम वापस लौट गई.
इससे पहले शनिवार को भी सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम कुलदीप सिंह सेंगर से पूछताछ के लिए सीतापुर जेल पहुंची थी. सीबीआई बीजेपी के निलंबित विधायक सेंगर से 6 घंटे तक पूछताछ की थी. शनिवार को सीबीआई ने पीड़िता के परिजनों से भी पूछताछ की थी. उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के साथ हुए हादसे के मामले में सीबीआई रविवार को ट्रक मालिक देवेंद्र किशोर पाल से भी पूछताछ कर रही है. उन्नाव रेप केस की पीड़िता के एक्सीडेंट केस में सीबीआई की टीमें एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर जाकर ड्राइवर और ट्रक मालिक के दिये बयानों के आधार पर उनकी जांच कर रही है.
दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में सोमवार को पेशी
बता दें कि सोमवार को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में इस मामले की पहली सुनवाई होनी है. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद तीस हजारी कोर्ट में यह पहली सुनवाई है. इसी को लेकर सीबीआई पूरी कोशिश कर रही है कि इस पूरे मसले को लेकर मजबूत पक्ष अदालत के सामने रखा जाए. सोमवार को इस केस की दिल्ली की तीसहजारी कोर्ट में सुनवाई होने वाली है. इसी को लेकर सीबीआई इस केस के सारे दस्तावेज एकत्रित कर रही है. सोमवार को ही तीसहजारी कोर्ट में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की भी पेशी है.
पिछले कुछ दिनों से उन्नाव रेप केस देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. रेप पीड़िता की चाची और मौसी की सड़क दुर्घटना में मौत, खुद पीड़िता और उसके वकील की हालात नाजुक होना, सुप्रीम कोर्ट की सक्रियता और सीबीआई का एक्टिव होना इस केस की कहानी खुद बयां कर रही है. यह मामला अब काफी हाईप्रोफाइल हो गया है. साथ ही अब इस केस से यूपी की बीजेपी सरकार की छवि भी जुड़ गई है. जिस तरह इस केस में काफी उतार-चढ़ाव आए हैं उससे कहा जा सकता है कि सीबीआई इस केस से जुड़े हर शख्स से पूछताछ कर तह जाना चाहती है.
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