प्रयागराज। यूपी में हाल ही में हुई 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े मामले में प्रयागराज पुलिस ने दो अभ्यर्थियों समेत पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया हैैै। इनमें से तीन नामजद व दो प्रकाश में आए अभियुक्त हैं। सूत्रों का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि सरगना केएल पटेल बेहद शातिराना तरीके से इस गोरखधंधे को संचालित करता था। पुलिस की टीम प्रतापगढ़, भदोही और अन्य जिलों में छापेमारी जारी है. पुलिस अब रुपए लेने के आरोपी मायापति की तलाश कर रही है।
बता दें कि शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ 4 जून को हुआ था। जिसमें कुल आठ लोगों का नाम सामने आया। इनमें सरगना समेत सात को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो चौंकाने वाली बातें सामने आईं. पूछताछ के बाद शनिवार को पुलिस ने दो अभ्यर्थियों विनोद कुमार व धर्मेंद्र पटेल को गिरफ्तार कर लिया, जिनसे रात भर पूछताछ की जाती रही. गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं।
7.5 लाख रुपए में लिया शिक्षक भर्ती पास कराने का ठेका
बता दें इससे पहले प्रयागराज में पुलिस ने एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया. इनके पास से दो कार, लाखों रुपए औऱ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए. पुलिस के अनुसार प्रतापगढ़ निवासी राहुल सिंह से इन्होंने 26 मई को शिक्षक भर्ती में पास कराने के नाम पर 7.50 लाख रुपए लिए थे. 1 जून को रिजल्ट आने पर जब उसका नाम लिस्ट में नहीं था तो उसने इन सभी से संपर्क करना चाहा. लेकिन सभी के मोबाइल नंबर बंद जा रहे थे. इसके बाद जिसके बाद युवक को पता चला की यह एक गिरोह है, जो लोगों के साथ धोखाधड़ी औऱ फर्जीवाड़ा करता है.
एक आरोपी विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है
राहुल सिंह की तहरीर पर 8 लोगों के विरुद्ध सोरांव थाने में एफआईआर हुई थी. तहरीर के मुताबिक गिरोह के सदस्यों ने 20 औऱ अभ्यर्थियों से परीक्षा में पास कराने के लिए पैसे लिए हैं. फिलहाल पांच अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, तीन अन्य की तलाश जारी है. गिरफ्तार अभियुक्तों में एक आरोपित 2017 में प्रतापपुर विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुका है.
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