आगरा। यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए बस हादसे की एक चश्मदीद गवाह सामने आई हैं. यह गवाह एक महिला मंजू वर्मा है. मंजू वर्मा उसी बस में सवार थीं जो हादसे का शिकार हुई है. इस बस हादसे में अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है. 23 यात्री घायल हैं. कुछ की हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है. डिप्टी सीएम, परिवहन मंत्री और तमाम अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं.
लखनऊ से दिल्ली जा रहीं 52 वर्षीय मंजू वर्मा ने बताया “जनरथ बस रात 10.30 बजे लखनऊ से रवाना हुई थी. हालांकि लखनऊ से बस के रवाना होने को लेकर खासी गहमा-गहमी रही थी. शायद यह इस रूट पर जाने की नहीं थी. लेकिन इसके बाद भी इसे दिल्ली के लिए भेज दिया गया था.
लेकिन जैसे-तैसे लखनऊ से बस रवाना हुई. कन्नौज के पास आकर बस ड्राइवर और कंडक्टर ने एक जगह चाय पी. हालांकि ड्राइवर का व्यवहार ठीक नहीं था. वो बड़ी ही बदतमीजी से बात कर रहा था. कोई सवा चार बजे करीब बस एक टोल प्लाजा पर रुकी. लेकिन जैसे ही बस टोल प्लाजा से रवाना हुई तो उसके बाद तो मानों ड्राइवर बस को बड़े ही गलत ढंग से चलाने लगा.
ज्यादातर लोग नींद में थे. एक जगह एक्सीडेंट से थोड़ा पहले तो ऐसा लगा जैसे बस को फुल स्पीड दे दी गई है. इससे पहले की कोई कुछ समझ पाता तेज धमाके के साथ बस नीचे गिर पड़ी. मैं भी बस में फंस गई. मेरा एक पैर किसी चीज में फंसा हुआ था. लेकिन जैसे-तैसे में बस से निकल सकी.”
बताया जा रहा है कि ड्राइवर को झपकी आने के कारण यह दर्दनाक हादसा हुआ है. अगर रोडवेज के अधिकारी रविवार की रात ज़रा भी चौंकन्ने होते तो 29 लोगों की जान नहीं जाती. सब कुछ जानते हुए भी लखनऊ से ही बस में एक ड्राइवर भेजा गया था. जबकि नियमानुसार एक ड्राइवर एक दिन में सिर्फ 400 किमी ही बस चला सकता है.
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