लखनऊ. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के कार्यकाल का पहला औद्योगिक पार्क विकसित होने जा रहा है. ये यूपी के ओरैया ज़िले में तैयार करवाया जाएगा. 380 एकड़ में फैले इस पार्क में क़रीब 160 औद्योगिक इकाइयों को जगह मिलेगी. इस प्रोजेक्ट पर 300 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश होने का अनुमान है.
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प्रदेश सरकार से मिलेंगी तमाम सहूलियतें
प्रदेश सरकार ने औद्योगिक निवेश एवं रोज़गार प्रोत्साहन नीति 2017 के अंतर्गत निजी औद्योगिक पार्कों की स्थापना पर कई तरह के प्रोत्साहन और सहूलियतों का प्रावधान किया है. इस नीति के तहत यूएम पावर की तरफ़ से ओरैया में 160.37 एकड़ ज़मीन पर ओद्योगिक पार्क की स्थापना का प्रस्ताव दिया गया है. इस पार्क खाद्य प्रसंस्करण, धातु आधारित लेदर, कांच, मोबाइल और लॉजिस्टिक्स सेक्टर की इकाइयां स्थापित करवायी जाएंगी.
सरकार की बड़ी योजना 5-5 साल में 2 चरणों में सम्पन्न करवाई जाएगी. पहले चरण का काम वित्तीय वर्ष 2029-30 तक सम्पन्न करने की योजना है, जबकि प्रोजेक्ट में औद्योगिक पार्क की अवस्थापना सुविधाओं के लिए विकास पर 254 करोड़ रुपए और वाह्य अवस्थापना सुविधाओं पर 64 करोड़ रुपए खर्च करने का अनुमान है. इस संबंध में यूपीसीडा के एक अधिकारी के मुताबिक़ निवेशक के इकाई स्थापना से सम्बंधित प्रस्ताव का परीक्षण हो रहा है. पार्क के लिए चयनित की गई ज़मीन का कृषि उपयोग बदलकर ओद्योगिक किया जाना है.
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बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ औद्योगिक पार्क
बता दें उत्तर प्रदेश में बन रहा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे 7 जनपदों चित्रकूट, झांसी, हमीरपुर बांदा, इटावा, औरैया, जालौन से होकर गुजरेगा. चित्रकूट से प्रारंभ होकर यह इटावा के ताखा तहसील क्षेत्र में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा. इसके दोनों किनारों पर औद्योगिक पार्क बनाए जाने प्रस्तावित हैं.
क्या है औद्योगिक पार्क का कांसेप्ट
एक बड़े क्षेत्र में उत्पादों को तैयार कर देश के विभिन्न स्थानों पर भेजा जाएगा. इसके लिए एक्सप्रेसवे योजना को सुगम बनाएगा. इसकी स्थापना से प्रदेश में रोजगार के अवसर पैदा होंगे. नौकरियों के साथ तमाम बिजनेस के मौके खुलेंगे.
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