उत्तर प्रदेश की बरेली जिले की पुलिस भ्रष्ट, रिश्वतखोर और बेईमान हो गई है। एसएसपी ने बड़ी घटनाओं के खुलासे और स्पेशल टास्क के लिये क्राइम ब्रांच की स्पेशल विंग का गठन किया था। लेकिन क्राइम ब्रांच वसूली में लग गई है। खनन, कच्ची शराब, पशु तस्करों, गौकशी, जुआ, सट्टा और स्मैक तस्करों से उगाही उसका मुख्य धंधा है।
विधानसभा के सामने खुद को आग लगाने वाली महिला की मौत, हिरासत में पूर्व राज्यपाल का बेटा आलोक, जानिए पूरा मामला
दरअसल स्पेशल विंग का दरोगा, सिपाही हर महीने एक लाख से लेकर दो लाख रुपये तक की काली कमाई करता है। वसूली का हिस्सा बांट करते और झगड़ा करते क्राइम ब्रांच के एक साथ कई वीडियो वायरल हो गये हैं। इस वजह से खाकी में खलबली मची है।
लेडी सट्टा माफिया राबिया अख्तर से साठगांठ
बता दें कि क्राइम ब्रांच का इतिहास काफी रंगीन रहा है। लेडी सट्टा माफिया राबिया अख्तर से साठगांठ के मामले में पिछले दिनों क्राइम ब्रांच के सिपाही तैयब अली, रवि प्रताप सिंह और पुष्पेंद्र का डीआईजी रेंज राजेश पांडेय ने गैर जनपद ट्रांसफर कर दिया था। उनकी प्रॉपर्टी की भी जांच कराई जा रही है। अब crime branch में भ्रष्टाचार के वीडियो का बम फूट गया है।
महाराष्ट्र विधानसभा: पत्रकार अर्नब गोस्वामी के खिलाफ जारी किया विशेषाधिकार हनन का नोटिस, जानिए
एसएसपी ने लिया वीडियो का संज्ञान
सटोरियों से लेकर शराब तस्करों, खनन माफिया, पशु तस्करों के पुलिसिया गठजोड़ के वीडियो सामने आये हैं। जिसमें हिस्से के बंटवारे को लेकर पुलिस वाले झगड़ रहे हैं। रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी ने बताया कि क्राइम ब्रांच के रिश्वत के रुपये बांटे जाने के वीडियो संज्ञान में आये हैं। एसपी क्राइम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी। भ्रष्टाचार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
लाइन हाजिर ट्रांसफर फिर पोस्टिंग
सालों पहले ट्रांसफर होने के बावजूद दरोगा क्राइम ब्रांच में टिके हैं। निचले अफसरों से सांठगांठ कर रिलीव होने से बच जाते हैं। री-पोस्टिंग से लेकर घूम फिर कर बार-बार क्राइम ब्रांच एसओजी में अपनी पोस्टिंग कराते हैं। जिले में ऐसा कोई अपराधी नहीं है, जिससे टीम की साठगांठ ना हो।
Leave a Reply