कानपुर एनकाउंटर: STF की पूछताछ में विकास दुबे ने लिया था दो बीजेपी विधायकों का नाम, देखिए

सामने आया बीजेपी विधायकों का नाम
सामने आया बीजेपी विधायकों का नाम

कानपुर शूटआउट में 8 पुलिस वालों की हत्या के बाद फरार गैंगस्टर विकास दुबे तो हाथ नहीं आया है, लेकिन उसे लेकर खुलासे पर खुलासे हो रहे हैं. इस बीच 2017 का एसटीएफ जांच का वीडियो सामने आने के बाद हडकंप मच गया है. वीडियो में विकास दुबे दो बीजेपी विधायकों भगवती प्रसाद सागर और अभिजीत सिंह सांगा के नाम ले रहा है.

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दरअसल, जिला पंचायत चुनाव के दौरान विकास दुबे पर एक शख्स की हत्या का आरोप लगा था. उसके खिलाफ हत्या का षड्यंंत्र रचने का आरोप था. इस मामले में एसटीएफ ने उससे पूछताछ की थी. पढ़िए एसटीएफ ने विकास दुबे से क्या सवाल किए थे और विकास दुबे ने क्या जवाब दिया था.

सवाल- ये थाने में जो तुम्हारी एफिडेविट पड़ रही है तो उसके लिए क्या तुम पर कोई दबाव बनाया था?

जवाब- दबाव जैसा नहीं, लेकिन अपनी प्रयास किया था, अपने लोकल नेता, हमारे यहां के प्रबुद्ध लोग हैं, उनसे किया था.

सवाल- कौन-कौन हैं?

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जवाब- हमारे लोकल विधायक हैं, भगवती प्रसाद सागर जी हैं और अभिजीत सिंह सांगा जी हैं एमएलए और हमारे ब्लॉक प्रमुख हैं, राजेश कमल जी और जिला पंचायत अध्यक्ष हैं और 3-4 प्रधान लोग भी हैं.

सवाल- तो इन लोगों ने क्या डराया धमकाया?

जवाब- डराया धमकाया नहीं, इन लोगों ने समझाया था कि देखो अगर ये नहीं हैं और ये फर्जी हैं तो इनकी मदद करो, अगर मुल्जिम हैं तो कई बात नहीं, लेकिन ये फर्जी हैं इसलिए इनके लिए जो हिसाब करना था उनको वो किया.

सवाल- तुम्हारी पत्नी ने तो नहीं डराया धमकाया इन लोगों को?

जवाब- पत्नी मेरी कहीं जाती ही नहीं है. वो खाली जिला पंचायत की बैठक होती है, बस उसी में जाती है.

सवाल- इन लोगों (माननीय) से तुम्हारी बात होती है?

जवाब- जी हां, टेलिफोनिक भी होती है और आने-जाने से मुलाकात भी होती है.

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सवाल- किनसे बात हुई थी कि ऐसे-ऐसे कराइए?

जवाब- पहले तो हमारे लोकल लोगों ने कहा यहां गांव के लोगों ने जब ये बात सुनी, इसके बाद फिर हमने भी प्रयास किया कि ये बात है तो फिर इन लोगों ने मदद भी की, अगर गलत इनका नाम इसमें आया है तो तरीके से निकाली जाए गलतफहमी.

सवाल- ये कैसे पता लगा आपको कि आपका नाम गलत आया है?

जवाब- ये साहब पूरी जनता जानती है, मैं स्वयं जानता हूं कि जिस समय ये हत्या हुई, उस समय मेरा नाम तीसरी तहरीर में षड्यंत्र में बढ़ाया गया था.

सवाल- किसकी हत्या हुई थी?

जवाब- एक कुशवाहा जी हैं उनके भाई की हत्या हुई थी, नाम तो उनका मालूम है, जो वादी हैं.

सवाल- हत्या किस तरह हुई थी?

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जवाब- हत्या वो आपस में चुनाव की रंजिश में हुई थी. प्रधानी के चुनाव की रंजिश में हुई थी. खेत में गेहूं मढ़ने गए थे. एक पक्ष-दूसरे पक्ष में गोली चली.

सवाल- अच्छा उसी में मौत हुई थी?

जवाब- हां, उसी में मौत हुई थी. दूसरे पक्ष के दो लोग घायल हो गए थे और एक पक्ष में एक की मौत हो गई थी.

सवाल- उसमें तुम्हारा भी नाम आया था?

जवाब- हां, हमारा नाम षड्यंत्र रचने में आया था. 120बी में.

बीजेपी विधायक ने आरोप को किया खारिज

इस वीडियो के सामने आने के बाद बीजेपी विधायक भगवती सागर ने विकास दुबे के साथ अपने रिश्तों की चर्चा को खारिज किया है. ‘आजतक’ से बातचीत में विधायक भगवती सागर ने कहा कि विकास दुबे बड़ा अपराधी है. वह अपने बचाव के लिए सत्ता पक्ष के किसी भी नेता या जनप्रतिनिधि का नाम ले सकता है.

भगवती सागर की तरह ही बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने विकास दुबे के साथ अपने रिश्तों को लेकर सफाई दी है. उन्होंने भी विकास दुबे के दावे को खारिज कर दिया है.

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