वोडाफोन-आइडिया के सालाना कैश्फ्लो में आ सकती है $3.1 अरब की कमी, कंपनी पर पड़ेगा यह असर

कोटक ने कहा है कि वोडाफोन आइडिया को अपना टैरिफ बढ़ाने के साथ ही सरकारी मदद की भी जरूरत है। इसके बाद ही कंपनी अपना कामकाज जारी रखने में सफल हो सकती है। कोटक ने वित्त वर्ष 22-23 के VIL का एबिडटा घटाकर 13 फीसदी कर दिया है। कंपनी ने इसमें ग्राहकों की घटती संख्या और अन्य चीजों के अलावा Arpu में भी कमी को शामिल किया है। कोटक की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि VIL के सालाना कैश फ्लो में 23,000 करोड़ रुपये की कमी आने की आशंका है।

वोडाफोन-आइडिया के लिए एक सलाह में कोटक ने कहा है कि कंपनी के ग्राहकों में कमजोर आय वर्ग के लोग हैं और कोरोना संकट की अवधि में कंपनी का औसत रेवेन्यु प्रति यूजर (ARPU) घटा है। इसके साथ ही वोडाफोन-आइडिया के ग्राहकों की संख्या भी घटी है। इन वजहों से संकट में घिरी कंपनी की मुसीबत और बढ़ सकती है। कोटक का अनुमान है कि अगर वोडाफोन-आइडिया ने टैरिफ में वृद्धि नहीं की या उसे केंद्र सरकार से कोई राहत पैकेज नहीं मिला तो कंपनी के सालाना कैशफ्लो में 23,000 करोड़ रुपये या 3.1 अरब डॉलर की कमी आ सकती है।

vodafone idea news: कर्ज में डूबी देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड को अगर सरकार से राहत नहीं मिली तो उसका सालाना कैशफ्लो 3.1 अरब डॉलर या करीब 23000 करोड़ रुपये तक घट सकता है। कोटक इंस्टीट्युशनल इक्विटीज ने यह जानकारी दी है। उसका अनुमान है कोरोना संकट के दूसरे चरण के बीच चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के कमजोर नतीजे के पीछे कंपनी के ग्राहकों की लगातार घटती संख्या है।

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