दक्षिण-पश्चिम मानसून की सक्रियता के चलते कई राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है। इससे बाढ़ आ गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुजरात, महाराष्ट्र के अलावा मध्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, उत्तरी तेलंगाना, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर,केरल, मराठवाड़ा, दक्षिणपूर्व राजस्थान में भी भारी बारिश हो सकती है।
असम में बाढ़ से अब तक 192 लोगों की मौत: असम में बाढ़ की स्थिति में काफी सुधार होने के बावजूद रविवार को दो और लोगों की मौत हो गई। असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथारिटी (ASDMA) के बुलेटिन के अनुसार, दोनों मौतें हैलाकांडी जिले में हुईं। इस साल बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 192 हो गई। अभी भी 12 जिलों में 5,39,334 बाढ़ से पीड़ित हैं। 18 राजस्व मंडलों के कुल 390 गांव पानी में डूबे हैं।कछार सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है, जहां 3,55,960 लोग अब भी प्रभावित हैं। इसके बाद मोरीगांव का नंबर आता है जहां 1,42,662 लोग बाढ़ की चपेट में हैं। राज्य में 38,000 से अधिक लोग 114 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। 48 राहत वितरण केंद्र चालू हैं। एएसडीएमए ने कहा कि कुल 7,368.41 हेक्टेयर फसल क्षेत्र बाढ़ के पानी में है। राज्य में कोई भी बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही हैं।
महाराष्ट्र: ऑटोरिक्शा के उफनते नाले में गिर जाने और डूबने से पांच लोगों को बचाने के लिए भारतीय सेना के एक जवान ने अपनी जान जोखिम में डाल दी। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें जवान निखिल काले ने कुछ ग्रामीणों की मदद से डूबते ऑटो रिक्शा में रस्सी बांधी और सभी पांच यात्रियों को बाहर निकाला। भद्रावती पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि बहादुर भारतीय सेना का जवान है, जो भद्रावती तहसील के पनवाड़ाला गांव का निवासी है। घटना 9 जुलाई को दोपहर 2 बजे पनवाड़ाला और तकली गांवों के बीच हुई। एक अधिकारी ने बताया कि विशेष रूप से काले तैरना नहीं जानता था, लेकिन दूसरों की जान बचाने के लिए वो पानी में उतरा। लद्दाख में तैनात काले छुट्टी पर अपने पैतृक गांव आ रहे हैं। तस्वीर-श्रीरंगपटना में लगातार मानसूनी बारिश के बाद कृष्णा राजा सागर (केआरएस) जलाशय के जल स्तर में वृद्धि हुई है।
दक्षिण, मध्य गुजरात में भारी बारिश; 1,500 से अधिक लोगों को निकाला गया: गुजरात के दक्षिण और मध्य जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है, जिससे नदियां उफान पर हैं और विभिन्न निचले इलाकों में पानी भर गया है। यहां से 1,500 लोगों को निकाला गया है। नवसारी और वलसाड जिलों के निचले इलाकों से 700 से अधिक लोगों को निकाला गया।
बाढ़ से कई सड़कें, पुल और सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं। दक्षिण और मध्य गुजरात और सौराष्ट्र के कई बांधों और नदियों में शनिवार से भारी बारिश हुई है। कई नदियां खतरे के निशान के करीब बह रही हैं। तस्वीर-भद्राचलम में लगातार मानसून की बारिश के बाद गोदावरी नदी उफन पड़ी है। तेलंगाना राज्य के मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने जिला कलेक्टरों को अलर्ट रहने को कहा है।
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