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नोएडा। यमुना एक्सप्रेस वे पर अब रोडवेज की बसें बिना स्पीड गवर्नर के नहीं चल सकेंगी। इसके अलावा बसों की गति 80 किलोमीटर प्रतिघंटा तय कर दी गई है। साथ ही, रोडवेज के दो ट्रैफिक इंस्पेक्टर बसों की गति पर निगाह रखेंगे।.
नोएडा-ग्रेटर नोएडा परिवहन विभाग के अधिकारियों ने यह निर्णय पिछले दिनों आगरा में हुए हादसे को देखते हुए लिया है।ग्रेटर नोएडा रोडवेज डिपो के एआरएम लव कुमार ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर आगरा के पास जनरथ बस गिरने से 29 लोगों की मौत की घटना को देखते हुए रोडवेज के लखनऊ मुख्यालय ने डिपो को निर्देश जारी किया है। अब सभी रोडवेज बसों में स्पीड कंट्रोल डिवाइस लगाना अनिवार्य कर दिया है। जिन बसों में यह डिवाइस नहीं होगा, वह किसी भी रूट पर नहीं चल सकेंगी। इस डिवाइस के लगने से चालक 80 किलोमीटर प्रतिघंटे से अधिक रफ्तार पर बस को दौड़ा भी नहीं पाएगा।.
एआरएम ने बताया कि बीते मंगलवार से एक्सप्रेस वे पर जेवर टोल से एक किलोमीटर आगे जनसुविधा केंद्र पर दो ट्रैफिक इंस्पेक्टर की तैनाती कर दी गई है। एक गाजियाबाद डिपो से हैं तो दूसरे ग्रेटर नोएडा डिपो के हैं। ये महीने में 15-15 दिन रात के समय एक्सप्रेस वे पर तैनात रहेंगे।
इनकी तैनाती रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक रहेगी। रोडवेज बसों की स्पीड और शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले चालकों की जांच करेंगे।
जांच करने के लिए इंस्पेक्टरों के पास स्टूमेंट भी मौजूद रहेंगे। इसमें ब्रेथ इनेलाइजर भी शामिल होगा। इंस्पेक्टर हर महीने अपनी रिपोर्ट ग्रेटर नोएडा व नोएडा डिपो के अलावा लखनऊ रोडवेज मुख्यालय भेजेंगे। अगर चालक शराब पीकर वाहन चलाते हुए पाया जाता है उसे बस आगे लेकर नहीं जाने दिया जाएगा। .
बीमार चालकों की ड्यूटी नहीं लगेगी.
एआरएम ने बताया कि एक तरफ 300 किलोमीटर वाले रूट पर दो चालक तैनात किए जाएंगे। सभी चालकों की हर महीने आखों की जांच होगी। किसी भी चालक को बुखार अथवा मामूली चोट लगने पर उसे रोडवेज बस नहीं चलवाने का निर्देश दिया गया है। .
चालकों के स्वास्थ्य की नियमित जांच होगी.
नोएडा। रोडवेज ड्राइवरों की आंखों के साथ ही अन्य बीमारियों की जांच की जाएगी। 22, 23 और 24 जुलाई को जिला अस्पताल में इनकी जांच होगी। शासन के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार ये जांचें नियमित रूप से होंगी। पहले ड्राइवरों की आंखों से संबंधित जांचें होती थीं। यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीके सिंह ने दी।.
बिना वर्दी 15 चालकों को बस नहीं चलाने दी .
नोएडा। मोरना स्थित नोएडा डिपो में शनिवार बिना वर्दी ड्यूटी पर पहुंचे 15 चालकों को बस नहीं चलाने दी गई। इसमें नोएडा-ग्रेटर नोएडा, दिल्ली और अन्य रूटों की एक से दो बसें शामिल हैं। चालकों को निर्देश दिया गया है कि जब तक वर्दी में नहीं आएंगे, उन्हें ड्यूटी नहीं दी जाएगी। डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अनुराग यादव ने बताया कि नियम के मुताबिक चालकों और परिचालकों के लिए वर्दी पहनना जरूरी है। .
स्पीड कंट्रोल डिवाइस नहीं होने पर 28 बसों की सेवा रोकी .
नोएडा। मोरना स्थित नोएडा डिपो ने स्पीड कंट्रोल डिवाइस नहीं होने के कारण 28 बसों की सेवा रोक दी है। बसों में स्पीड कंट्रोल डिवाइस लगाए जाने के बाद ही बसों को सड़को पर शुरू किया जाएगा। ये ज्यादातर बसें नोएडा-ग्रेटर नोएडा और दिल्ली रूट पर चलती हैं। इन बसों के स्थान पर दूसरी बसें चलाई जा रही हैं। .
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