उत्तर प्रदेश के जिले मेरठ में माता-पिता के द्वारा की गई हरकत से साफ समझ आ रहा है कि उनका दिल नहीं पसीजा। इतनी आसानी से उन्होंने अपनी 12 साल की बच्ची को जिंदा नहर में फेंक दिया। इसके अलावा पिता दो दिन से बेटी के अपहरण की कहानी सबको सुना रहा था। पुलिस ने छानबीन की तो सच कुछ और ही निकला। बेटी की हत्या करने के अपराध में पुलिस ने माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पिता ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसकी बेटी किसी लड़के से बात करती थी। इसी वजह से उसको भोला की झाल इलाके में गंग नहर में फेंक दिया।
पुलिस ने शनिवार की देर रात गंग नहर में लड़की की तलाश की लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस रविवार सुबह फिर से बच्ची की तलाश शुरू की है। पुलिस के अनुसार बबलू, पत्नी रूबी, तीन बच्चों वंश (14 साल), चंचल (12) और आरव (5 साल) के साथ शहर के गंगानगर इलाके में रहते थे। दोनों की 12 वर्षीय बेटी चंचल एक सितंबर की रात आठ बजे से गायब थी। जिसके बाद बबलू ने पुलिस को चंचल के अपहरण की बात करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पहले दिन से ही बच्ची का पिता पुलिस को गुमराह कर रहा था। दो दिन चंचल की तलाश करने के बाद जब पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला तो पिता को पूछताछ के लिए बुलाया। बबलू पहले तो पुलिस को उलझाता रहा लेकिन सख्ती से पूछने पर उसने पूरा सच उगल दिया।
बबलू ने पुलिस को बताया कि उसने गुरुवार की रात दस बजे पत्नी समेत चंचल के साथ भोला झाल इलाके में लेकर गए थे और वहीं बेटी को नहर में फेंक दिया। बबलू की इस बात पर एसपी देहात केशव कुमार को भरोसा नहीं हो रहा है कि उसने जिंदा बेटी को नहर में फेंक दिया। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि बेटी की हत्या करने के बाद उसे फेंका हो। पुलिस की टीम शव को ढूंढने के लिए लगा दी गई है। उनका आगे कहना है कि पिता के द्वारा बेटी को फेंकने पर पुलिस टीम को भोला की झाल में भेजा गया है। वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे में चंचल अपने पिता बबलू और मां रुबी के साथ जाती दिख रही थी। इसकी वजह से यह तो पक्का हो गया कि चंचल की हत्या कर दी गई है। पुलिस को घर के पास लगे कैमरे में भी तीन लोग कैद हुए हैं। हालांकि जब तक लाश नहीं मिल जाती है तो तब तक कुछ कहा नहीं जा सकता है।
केशव कुमार का आगे कहना है कि पिता ने बेटी की हत्या को स्वीकार कर लिया है और इसी आधार पर पुलिस ने माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है। घर में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। पुलिस के द्वारा पूछताछ में हत्यारे पिता बबलू ने बताया था कि बेटी चंचल को सीएफसी रेस्टोरेंट में बर्गर खिलाने ले गया था। वहां पर पुलिसकर्मियों ने जाकर पूछताछ की तो वहां के कर्मचारियों ने बताया कि कोई बच्ची नहीं आई थी। जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे भी चेक करवाए और उसमें चंचल नहीं दिखी।
पुलिस की जांच के अनुसार पिता ने घर में ही बेटी की हत्या की योजना बना ली थी। उसने अपनी बेटी से कहा था कि मम्मी को दवा दिलाने चलना है। बेटी ने पूछा कि कहां जाना है तो पिता ने भोला झाल जाने की बात की थी। वहीं पर ले जाकर चचंल को नहर में फेंक दिया गया। बबलू ने पुलिस को बताया कि चंचल की मां रोज एक ही बात कहती थी कि उनकी बेटी लड़कों से बात करती है। ऐसा लग रहा था कि कहीं आगे चलकर परिवार को बदनामी का सामना न करना पड़े इसलिए उसको मारना जरूरी हो गया था। इस तरह की साजिश के साथ पति-पत्नी ने अपनी ही बेटी को मौत के घाट उतार दिया।
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